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ABVP सदस्य से लेकर मुख्यमंत्री बने पुष्कर धामी, इन विधायकों ने ली मंत्री पद की शपथ

ABVP सदस्य से लेकर मुख्यमंत्री बने पुष्कर धामी, इन विधायकों ने ली मंत्री पद की शपथ

Uttarakhand CM swearing-in ceremony : पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली है। इसके साथ ही वे राज्‍य के 12वें मुख्‍यमंत्री बन गए हैं। राज्‍यपाल लेज रिटा गुरमित सिंह ने उन्‍हें पद व गोपनीयता की शपथ दिलवाई। धामी के साथ 8 मंत्रियों ने भी शपथ ली है। राज्यपाल ने सबसे पहले सतपाल महाराज को शपथ दिलाई। इसके बाद प्रेम चंद अग्रवाल को मंत्री पद की शपथ दिलाई। अग्रवाल ने संस्कृत में शपथ ली। अग्रवाल पिछली विधानसभा में विधानसभा अध्यक्ष थे। इसके बाद राज्यपाल ने गणेश जोशी को मंत्री पद की शपथ दिलाई। राज्यपाल ने डा धन सिंह रावत को मंत्री पद की शपथ दिलाई।

सतपाल महाराज, गणेश जोशी और धन सिंह रावत पिछली सरकार में भी मंत्री थे। राज्यपाल ने सुबोध उनियाल को शपथ दिलाई। राज्यपाल ने रेखा आर्य को मंत्री पद की शपथ दिलाई। सुबोध उनियाल और रेखा आर्य भी पिछली भाजपा सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे हैं। राज्यपाल ने चंदन रामदास को मंत्री पद की शपथ दिलाई।

 

रामदास पहली बार मंत्री बने हैं। देहरादून में मनोनीत सीएम पुष्कर सिंह धामी के शपथ ग्रहण समारोह में भाजपा शासित राज्यों के सीएम, गोवा के मनोनीत सीएम प्रमोद सावंत और राजस्थान की भाजपा नेता वसुंधरा राजे भी मौजूद रहे। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सर्वसम्मति से उन्हें अपने विधायक दल के नेता के रूप में घोषित किया है। शपथ ग्रहण समारोह देहरादून के परेड ग्राउंड में हुआ।

कौन हैं पुष्कर सिंह धामी?

पुष्कर सिंह धामी का जन्म 16 सितंबर 1975 को पिथौरागढ़ के टुंडी गांव में हुआ था।

पुष्कर सिंह धामी के पिता भारतीय सेना में थे और जब वे कक्षा 5 में थे, तब उनका परिवार खटीमा चला गया।

उन्होंने लखनऊ विश्वविद्यालय से मानव संसाधन प्रबंधन और औद्योगिक संबंधों में स्नातक की उपाधि प्राप्त की और कानून की डिग्री भी प्राप्त की।

धामी ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत 1990 में भारतीय जनता पार्टी की छात्र शाखा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से की थी।

वह दो बार भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे। स्थानीय युवाओं के लिए उद्योगों में नौकरियों के आरक्षण के लिए अभियान चलाया।

 

45 साल की उम्र में, धामी उत्तराखंड के सबसे कम उम्र के मुख्यमंत्री बने। जब उन्होंने पिछले साल जुलाई में पदभार संभाला था। वह 2021 में अपनी पार्टी के दूसरे सीएम प्रतिस्थापन भी बने। इससे पहले त्रिवेंद्र सिंह रावत को तीरथ सिंह रावत के जगह सीएम बनाया गया था।

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