Accident: रील और सेल्फी के चक्कर मे 4 नाबालिग लड़को के ट्रेन से कटने की घटना के बाद फिर से सोशल मीडिया के चक्कर मे जान गंवाने के मामले में बहस छिड़ गई है।
हरियाणा के गुरुग्राम में ट्रेन की चपेट में आकर जान गंवाने वाले चारों युवकों की पहचान हो गई है। चारों घटनास्थल से 2 किलोमीटर दूर देवीलाल नगर के रहने वाले हैं। चारों के चेहरे क्षत-विक्षत होने की वजह से जीआरपी को शिनाख्त करने में काफी परेशानी हुई। ट्रेन के लोको पायलट की शिकायत पर जीआरपी ने केस भी दर्ज कर लिया है। बुधवार को चारों का पोस्टमार्टम होगा।
बता दें कि दिल्ली से अजमेर के बीच चलने वाली जनशताब्दी ट्रेन की चपेट में आने से मंगलवार शाम करीब 5 बजे बसई-धनकोट रेलवे स्टेशन के पास 4 युवकों की मौत हो गई थी। ट्रेन दिल्ली से जयपुर की तरफ जा रही थी। चारों रेलवे ट्रैक पर सेल्फी ले रहे थे और वीडियो बना रहे थे। ट्रेन के लोको पायलट ने सिटी भी बजाई, लेकिन वीडियो बनाने में व्यस्त युवकों को कुछ सुनाई नहीं दिया।
पायलट ने ट्रेन की रफ्तार भी कम की, लेकिन तब तक चारों की जान जा चुकी थी। जीआरपी के मुताबिक, मृतकों की पहचान देवीलाल नगर की गली नंबर-12 में रहने वाले समीर (17), मोहम्मद अनस (16), यूसुफ (17) और युवराज (16) के रूप में हुई है। समीर अपनी बहन की स्कूटी लेकर अपने साथियों के साथ रेलवे ट्रैक पर पहुंचा था। पुलिस ने स्कूटी को भी कब्जे में ले लिया है। गुरुग्राम जीआरपी थाना पुलिस ने जनशताब्दी ट्रेन के लोको पायलट बाबूलाल की शिकायत पर केस दर्ज किया है।
क्षत-विक्षत पड़े मिले शव, शिनाख्त में हुई परेशानी
जीआरपी के मुताबिक, चारों युवकों को रेलवे ट्रैक पर देख लोको पायलट बाबूलाल ने कई बार सीटी बजाई, लेकिन सेल्फी के जुनून में उन्हें सिटी सुनाई नहीं दी। ट्रेन की रफ्तार उस वक्त 80 किलोमीटर प्रति घंटा से ज्यादा थी। लोको पायलट ने ट्रेन की रफ्तार कम भी की, लेकिन तब तक चारों ट्रेन की चपेट में आ गए।
घटनास्थल से कुछ दूरी पर ट्रेन को रोककर बाबूलाल ने इसकी सूचना स्टेशन मास्टर को दी। करीब 20 मिनट तक ट्रेन रुकी रही। हादसा इतना दर्दनाक था कि चारों के शव क्षत-विक्षत रेलवे ट्रैक पर पड़े मिले। उनके चेहरों से भी शिनाख्त नहीं हो पा रही थी। काफी मशक्कत के बाद चारों की पहचान हुई।