Ankita bhandari murder case : पौड़ी गढ़वाल के नांदलस्यूं पट्टी के श्रीकोट निवासी अंकिता भंडारी (19) वनंत्रा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट के तौर पर काम करती थी। वह गत 18 सितंबर को रहस्मय ढंग से लापता हो गई थी। रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य की ओर से उसकी गुमशुदगी राजस्व पुलिस चौकी में दर्ज कराई गई। बृहस्पतिवार तक अंकिता का कुछ पता नहीं चला। इसी बीच रिजॉर्ट को लेकर कई और राज भी खुलने लगे।
इसके बाद मामला लक्ष्मणझूला थाना पुलिस को ट्रांसफर कर दिया था। इसके बाद जब पुलिस ने जांच की तो रिजॉर्ट के संचालक और उसके मैनेजरों की भूमिका सामने आई। रिजॉर्ट के कर्मचारियों से पूछताछ में पता चला कि 18 सितंबर को शाम करीब आठ बजे अंकिता रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य, मैनेजर अंकित और भाष्कर के साथ रिजॉर्ट से गई थी। इसके बाद करीब साढ़े दस बजे ये तीनों ही रिजॉर्ट में लौटे। अंकिता उनके साथ नहीं थी। इस आधार पर पुलिस ने तीनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उन्होंने सारे घटनाक्रम को उगल दिया।
उन्होंने पुलिस को बताया कि अंकिता पर वह यहां आने वाले ग्राहकों से संबंध बनाने को कहते थे। यह बात अंकिता सबको बता रही थी। वह बार-बार रिजॉर्ट की हकीकत सामने लाने की धमकी दे रही थी। इस बात को लेकर विवाद चल रहा था। अंकिता हत्याकांड का खुलासा होने के साथ ही एक और राज सामने आया। पता चला कि कुछ साल पहले भी एक युवती रिजॉर्ट से गायब हो गई थी।
स्थानीय निवासी बिट्टू भंडारी ने बताया कि करीब सात-आठ साल पहले भी वनंत्रा रिजॉर्ट से एक कर्मचारी प्रियंका गायब हुई थी। रिजॉर्ट संचालक ने बताया कि था कि युवती रिजॉर्ट से सामान और पैसे लेकर भाग गई है।
बताया कि इसके युवती का कोई अता पता नहीं चला। वहीं एसडीएम ने बताया कि मामले की जांच की जाएगी। दूसरी ओर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड के सभी रिजॉर्ट की जांच के निर्देश जिलाधिकारियों को दिए हैं। उन्होंने कहा कि जो रिजार्ट अवैध बने हैं या अवैधानिक रूप से संचालित हैं उनके विरुद्ध तत्काल आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
प्रदेश भर में स्थित होटल, रिजार्ट व गेस्ट हाउस आदि में कार्य करने वाले कर्मचारियों से भी उनकी स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त की जाए। शिकायतों को गंभीरता से लिया जाए।
अंकिता भंडारी हत्याकांड को लेकर उत्तराखंड क्रांति दल ने लक्ष्मणझूला थाने में जमकर हंगामा किया। यूकेडी ने आरोपियों को जनता के सुपुर्द करने की मांग की। कार्यकर्ताओं ने संबंधित पटवारी के खिलाफ भी उचित कार्रवाई करने की मांग की है।