Ayurveda Advice For Third Wave: आयुर्वेद की सलाह: इम्युनिटी बढ़ाने के लिए इन दो औषधियों को कर लें आहार में शामिल

Ayurveda Advice For Third Wave: संक्रमण का खतरा रहेगा मीलों दूर

Ayurveda Advice For Third Wave: पिछले दो साल में कोरोना की आई दो लहरों ने हमें इम्युनिटी मजबूत होने के फायदों के बारे में स्पष्ट तरीके से समझा दिया है। फिलहाल देश में ओमिक्रॉन के बढ़ते खतरे ने तीसरी लहर की दश्तक दे दी है।

स्वास्थ्य विशेषज्ञ बचाव के लिए सभी लोगों से लगातार कोविड एप्रोप्रिएट बिहेवियर का पालन करने के साथ इम्युनिटी को मजबूत बनाने वाले उपाय करते रहने की सलाह दे रहे हैं।

इम्युनिटी को मजबूत बनाने के तरीकों की बात हो तो आयुर्वेद को सबसे कारगर विकल्प के रूप में देखा जाता रहा है। आयुर्वेद में कई सारी ऐसी औषधियां और जड़ी-बूटियां मौजूद हैं जो न सिर्फ प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाती हैं, साथ ही कई तरह के बीमारियों के जोखिम को कम करने की भी क्षमता रखती हैं।

हाल के वर्षों में पश्चिमी देशों में भी आयुर्वेद का उपयोग बढ़ा है। कई औषधियों पर किए गए अध्ययनों में भी इसके स्वास्थ्य को लेकर बेहतर परिणाम देखने को मिले हैं। कोरोना के दौर में इम्युनिटी बढ़ाने के लिए आइए ऐसी ही दो कारगर औषधियों के बारे में आगे की स्लाइडों में जानते हैं।

क्या कहते हैं आयुर्वेदाचार्य?
अमर उजाला से एक बातचीत में शुद्धी आयुर्वेद के संस्थापक और आयुर्वेदाचार्य आचार्य मनीष बताते हैं, वैसे तो आयुर्वेद में कई सारी औषधियों के बारे में बताया गया है जिनको आहार में शामिल करके आप स्वास्थ्य लाभ पा सकते हैं। पर जब बात प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने की हो तो ऐसे में जिन दो औषधियों को सबसे कारगर माना जाता है वह हैं लौंग और काली मिर्च। इन दोनों में कई ऐसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो इम्युनिटी बढ़ाने के साथ संक्रमण से सुरक्षित रखने में आपकी मदद कर सकते हैं।

लौंग के औषधीय गुण
अध्ययनों से पता चलता है कि लौंग कई तरह के औषधीय गुणों से भरपूर होता है जिनकी शरीर को रोजाना आवश्यकता होती है। मसाले के रूप में हर घर में इसका उपयोग किया जाता रहा है। लौंग में  विटामिन-के, मैंगनीज और फाइबर के साथ कई तरह के एंटीऑक्सिडेंट होते हैं जो शरीर की कोशिकाओं को संक्रमण से सुरक्षित रखने में मदद करते हैं। प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए इसका सेवन करना लाभदायक माना जाता है।

काली मिर्च के औषधीय गुण
लौंग की ही तरह से काली मिर्च को भी पोषक तत्वों का खजाना माना जाता है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं जो सूजन की समस्या को कम करते हैं। इसके अलावा ब्लड शुगर और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखने में भी लौंग को फायदेमंद माना जाता है। पोषक तत्वों के अवशोषण को बढ़ावा देने और आंत को स्वस्थ रखने में भी इसे काफी कारगर माना जाता है।

 

 

 

 

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