Ayushman Card: जहां एक तरफ राज्य सरकारें अपने-अपने स्तर पर अपने-अपने प्रदेशों के लिए कई तरह की लाभकारी और कल्याणकारी योजनाएं चलाती है। तो वहीं दूसरी तरफ केंद्र सरकार भी ऐसी कई योजनाओं का संचालन कर रही है, जो अलग-अलग राज्यों या पूरे देश के लिए होती है। ऐसी ही एक योजना है आयुष्मान भारत योजना, लेकिन अब इस योजना का नाम बदल दिया गया है। सिर्फ इतना ही नहीं बल्कि, नाम के अलावा इस योजना के अंतर्गत मिलने वाले लाभ को भी बढ़ाया गया है। देश में काफी संख्या में इस योजना से लोग जुड़े हैं, और मुफ्त में अपना इलाज करवा रहे हैं। ऐसे में अगर आप भी इस योजना के लाभार्थी हैं या योजना से जुड़ने वाले हैं, तो आपके लिए जानना जरूरी हो जाता है कि योजना में क्या बदलाव किए गए हैं। आप अगली स्लाइड्स में इस बारे में जान सकते हैं…
दरअसल, कुछ समय पहले तक इस योजना का नाम आयुष्मान भारत योजना था, लेकिन अब इसका नाम ‘आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना-मुख्यमंत्री योजना’ कर दिया गया है। इस योजना के अंतर्गत कार्डधारक सूचीबद्ध अस्पतालों में अपना 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज करवा सकते हैं।
योजना का नाम इसलिए बदला गया है, ताकि केंद्र के साथ मिलकर राज्य भी अपना सहयोग करने के साथ-साथ सह-प्रचार भी करें। वहीं, योजना के अंतर्गत कार्डधारक 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज करवा सकता है।
आयुष्मान कार्ड बनवाने के फायदे क्या हैं
वहीं, अब आयुष्मान भारत के अलावा कुछ राज्य सरकारें भी कार्डधारकों को मिलने वाले 5 लाख रुपये के लाभ से अलग मदद देगी। ऐसे में कार्डधारक को पहले से ज्यादा फायदे मिल सकते हैं। इसके अलावा अब ट्रांसजेंडर को भी इस आयुष्मान योजना से जोड़ा गया है, जो लाभ ले पाएंगे।
इसलिए बदला गया है लोगो
आयुष्मान कार्ड के लोगो को अगर आप देखेंगे, तो आपको ये बदला हुआ नजर आएगा। ऐसा इसलिए क्योंकि अब इसमें राज्य का भी लोगो रहेगा। इससे राज्य और केंद्र के लिए अलग-अलग कार्ड की जरूरत नहीं होगी।