Barahi News: बाघ की दहाड़ से दहशत में ग्रामीण, करौंदीकला में हमले में घायल हुआ बैल
Barahi News:दहशत जदा ग्रामीणों ने बंद किया खेत जाना, शाम ढलते ही बंद हो जाते हैं घरो के दरवाजे
Barahi News: बाघ की दहाड़ से दहशत में ग्रामीण, करौंदीकला में हमले में घायल हुआ बैल, बरही वन परिक्षेत्र के ग्राम करौदीकलां में बाघ ने बैल पर हमलाकर उसे लहूलुहान कर दिया है, जिससे गांव में दहशत की स्थिति निर्मित है। वन परिक्षेत्र बरही के आसपास के क्षेत्र में बाघ की दस्तक व दहाड़ से दहशत लगातार बढ़ती जा रही है।
विगत 1 पखवाड़े से 4 मवेशियों को अलग-अलग गांव में बाघों ने अपना निवाला बनाया है तो वहीं एक सप्ताह पूर्व ही खितौली के पास बफर जोन पचपेड़ी गेट के नजदीक ही कटनी उमरिया मार्ग में सडक़ किनारे बाघ बैठे होने की वजह से 4 घंटे के लिए दोपहर को बरही और उमरिया स्टेट हाईवे 11 बंद रहा। ठीक इसी तरह 1 माह पूर्व ग्राम केवलारी एवं बंजर बरेला में बाघ ने 1 सप्ताह के अंदर ही 2 लोगों के ऊपर हमला बोल कर घायल कर दिया था, जिसके बाद हरकत में आये वन विभाग ने स्थाई रूप से केवलारी गांव में टेंट लगाकर बाघ को जंगल की ओर खदेड़ा था।
बताया जाता है कि गुरुवार-शुक्रवार की दरमियानी रात बाघ ने करौंदी कला के बस स्टैंड में पश्चिम दिशा में स्थित बरगद के पेड़ के पास में बैल को घायल कर दिया। करौंदीकला के ग्रामीणों ने बताया की सुबह के समय वन विभाग को सूचना दी गई। इसी तरह करीब 15 दिन पूर्व भी करौंदी खुर्द के कुदरा हार के तालाब के पास ही बाघ ने एक पालतू जानवर को अपना शिकार बनाया था।
ग्रामीणों ने बताया कि यहां पर बाघ का करीब 1 माह से विचरण बना हुआ है, जिसकी वजह से लोग डर के साए में जी रहे हैं। शाम होने के पहले ही घरों के दरवाजे बंद कर लिए जाते हैं, लोग इतने डरे सहमे हैं कि बच्चों को घरों के बाहर नहीं निकलने देते, बच्चो की पढ़ाई भी प्रभावित हो रही है।
बाघ के डर से खेती का काम हो रहा प्रभावित
ग्रामीणों ने बताया कि क्षेत्र में दहशत लगातार बरकरार होने की वजह से लोग धान की कटाई एवं गहाई के अलावा रवि की फसल की बुवाई नहीं कर पा रहे हैं। लोगों को डर लगा रहता है कि खलिहान में बैठ कर या झुक कर काम करते समय बाघ इंसान को चौपाया समझकर उसके ऊपर हमला न कर दे। जिसकी वजह से समय से खेती नहीं होने से किसानों को आर्थिक संकट से गुजरना पड़ेगा।