Barwani बालिका ने कहा- घर की छत टूट गई, बारिश में कैसे रहेंगे, जज के आदेश पर एक दिन में बन गई

बालिका ने कहा- घर की छत टूट गई, बारिश में कैसे रहेंगे, जज के आदेश पर एक दिन में बन गई

Barwani:  शहर की कालबेलिया बस्ती में रहने वाली 13 वर्षीय मनीषा पंवार ने जिला प्रशासन के बजाय जिला न्यायालय में गुहार लगाई। उसने न्यायाधीश से कहा- मेरे घर की छत टूट गई है, बारिश का पानी घर में आएगा, अब कैसे रहेंगे? इस पर न्यायाधीश ने आदेश जारी किया। इसके बाद नगर पालिका के अधिकारियों ने उसके घर पहुंचकर मुआयना किया और टिन शेड की छत बनवा दी। किशोरी ने अपने घर की छत ही नहीं बल्कि समाज के अन्य लोगों की दशा सुधारने में भी महती भूमिका निभाई है।

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव एवं जिला न्यायाधीश अमित कुमार सिसौदिया ने बताया कि शनिवार को चाइल्ड लाइन व समाजसेवियों की मदद से मनीषा न्यायालय में प्रधान जिला न्यायाधीश, अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण आनंद कुमार तिवारी के पास पहुंची। मनीषा की समस्या सुनकर प्रधान जिला न्यायाधीश ने आदेश जारी कर अधिकारियों को उसके घर भेज दिया।

नगरपालिका के सीएमओ कुशलसिंह डोडवे ने क्षतिग्रस्त घर का मुआयना किया और उसे सोमवार को सुधरवा दिया। छत सुधरने के बाद मनीषा खुश हो गई। उसने कहा कि अब वह अच्छी छत के नीचे रह सकेगी और पढ़ाई कर सकेगी। मालूम हो कि उसके पिता मजदूरी के लिए गुजरात गए हुए हैं और मां के साथ वह यहां पर रहती है। चाइल्ड लाइन समन्वयक ललिता गुर्जर ने बताया कि मनीषा कक्षा चौथी तक पढ़ी है। उसकी पढ़ाई के लिए प्रयास किए जा रहे हैं।

प्रधान जिला न्यायाधीश, अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण आनंद कुमार तिवारी ने जिला न्यायालय के कर्मचारियों को इसकी मानीटरिंग की जिम्मेदारी भी सौंपी है। एक सप्ताह में इसकी समीक्षा करेंगे। आवेदनों के निराकरण नहीं होने पर जिला प्रशासन से जवाब लेंगे। इसके अलावा जिला न्यायालय के प्रयास से जिला प्रशासन द्वारा कालबेलिया बस्ती में गुरुवार को शिविर भी लगाया जाएगा। इसमें इनकी समस्याओं का निदान किया जाएगा।

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