Black Fungus: ब्लैक फंगस से पैनिक न हों लोग, हर किसी को नहीं होता है संक्रमण
Black Fungus: ब्लैक फंगस से पैनिक न हों लोग, हर किसी को नहीं होता है संक्रमण
रायपुर। Black Fungus: राजधानी के वरिष्ठ नेत्र विशेषज्ञ डा. दिनेश मिश्रा कहते हैं कि ब्लेक फंगस से बहुत पैनिक होने की जरूरत है। ये हर किसी को नहीं हो रहा है। ये केवल उन लोगों को हो रहा है जिनकी शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। जिनको बहुत समय तक आक्सीजन या वेंटीलेटर में रखा गया है। इसके अलावा जिनको स्टेरायड दवाइयांं दी गई है। उनका कहना है कि ब्लैक फंगस में सभी को डरने की जरूरत नहीं है। इसका असर उन मरीजों में अधिक देखने को मिलता है जो कि कोरोना होने से पहले किसी अन्य बीमारी से भी पीड़ित थे, खासकर मधुमेह से पीड़ित हैं। इसके अलावा जिन लोगों के शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कम होती है उन पर इसका असर देखा जा सकता है।
इसके लक्षणों में सिर दर्द, बुखार, जीभ में प्रभाव, आंखों में दर्द, नाक बंद या साइनस के अलावा देखने की क्षमता पर भी असर पड़ता है। यदि बार-बार नाक से पानी आ रहा हो या रक्त आ रहा है तो थोड़ा सतर्क होने की जरूरत है। डा. मिश्रा बताते हैं कि लोग डर के मारे अस्पतालों में अधिक संख्या में पहुंचने लगे हैं। यह फंगस कोई नया फंगस नहीं है, यह सड़े फल और सड़ी सब्जियों में रहता है। विशेषज्ञों के मुताबिक इस तरह से लक्षण दिखे तो डाक्टर की सलाह जरूर लें।
यह करें
बार-बार माउथ वाश करते रहे
नाक में तकलीफ है तो चिकित्सक से संपर्क करें
एक आंख बंद करने पर दूसरे आंख से दिख रहा है कि चेक करें
यदि आंख से धुंधला या एक चीज दो चीज दिखे तो संपर्क करें
घर में भी कई लोग अपने मन से आक्सीजन ले लेते हैं, ऐसा न करें
हर किसी को यह फंगस होने की संभावना न के बराकर नहीं है
ब्लैक फंगस एक-दूसरे से नहीं फैलता है
जल्द से जल्द इसका उपचार शुरू हो तो यह ठीक हो जाता है
यह होता है असर
इस बीमारी से मस्तिष्क, फेफड़े और त्वचा पर भी असर देखने को मिला है। इसके कारण आंखों की ज्योति चली जाती है। कुछ मरीजों के जबड़े और नाक की हड्डी तक गल जाती है। कुछ मरीजों की मौत तक हो जाती है।