bullet Train In Bhopal: साल 2022 में भाेपाल बुलेट ट्रेन के उपकरण बनाने की संभावना

bullet Train In Bhopal एक साल में 100 कोच बनेंगे, रोजगार भी बढ़ेगा

bullet Train In Bhopal भोपाल।  भेल भोपाल कारखाने में बुलेट ट्रेनों के इंजनों में लगने वाले उपकरणों को निर्मित करने का काम साल 2022 में शुरू हो सकता है। बुलैट ट्रेन के उपकरणों को बनाने की संभावना तलाशने के लिए एक दिसंबर को जापान की हिताची कंपनी का एक प्रतिनिधि मंडल भेल के कार्यपालक निदेशक एसके बावेजा सहित अन्य अधिकारियों के साथ कारखाने का अवलोकन कर चुका है। हलांकि अभी भेल व जापान की हिताची कंपनी के बीच करार होना है।

जल्द ही भेल व जापानी कंपनी के बीच करार होने की संभावना है। इधर भेल कारखाने में साल 2017 में मेट्रो कोच बनाने के लिए जापान की कावासाकी कंपनी व भेल के बीच करार हुआ था। इस पर भी भेल नए साल में काम शुरू कर सकता है। मेट्रो ट्रेन के कोच और बुलेट ट्रेन के उपकरण बनाने का काम शुरू होने से भेल भोपाल यूनिट का सलाना टर्न ओवर 1500 करोड़ रुपये से अधिक बढ़ने की उम्मीद है।

bullet Train In Bhopal साल 2019-20 में काम शुरू होना था

 

भेल कारखाने में मेट्रो के कोच बनने का काम साल 2019-20 में शुरू होना था, लेकिन कोरोना के कारण मेट्रो के कोच बनाने का आर्डर नहीं मिले। इससे भेल कारखाने में कोच बनाने के लिए अलग से ब्लाक बनाने का काम शुरू नहीं किया गया। अब साल 2022 में मेट्रो ट्रेन के कोच बनाने की उम्मीद हैं, क्योंकि इंदौर व भोपाल में मेट्रो ट्रेन चलाने के लिए रूट तैयार करने का काम चल रहा है। इससे आगामी साल में मेट्रो के कोच बनाने के आर्डर मिलने की उम्मीदें बढ़ेंगी।

bullet Train In Bhopal एक साल में 100 कोच बनेंगे, रोजगार भी बढ़ेगा

केद्र सरकार की मेक इन इंडिया योजना के तहत यह करार हुआ है। जिसमें इंजन और टेक्रालाजी कावासाकी जापान की होगी और का निर्माण भेल कारखाने में किया जाएगा। 800 करोड़ रुपये के करार के तहत एक साल में 100 मेट्रो ट्रेन के कोच बनाने का भेल में प्लेटफार्म तैयार किया जाएगा। 15 साल में 1500 कोच बनाने का लक्ष्य रखा गया है। मेट्रो ट्रेन के कोच बनाने का काम शुरू होता है तो भेल में रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।

bullet Train In Bhopal भेल भोपाल में सालों से बन रहे रेल के इंजनों के उपकरण

भेल की कुल 14 यूनिट हैं। इनमें भेल भोपाल मदर यूनिट कहलाती है। भेल सालों से ट्रेन के इंजनों के उपकरणों की आपूर्ति करता आ रहा है। कोलकाता मेट्रो, डीएलडब्ल्यू वाराणासी, चितरंजन लोकोमोटिव्स को मोटर व संबंधति उपकरणों की आपूर्ति भेल ने ही है। रेल विकास का भेल का लंबा अनुभव है। हाल ही में भेल ने 12 कोच वाली मेमू ट्रेन को डिजाइन किया हैै। भेल भोपाल के अलावा झांसी, हरिद्वार सहित अन्य यूनिटों में रेल विकास के लिए काम होता है।

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