सीबीएसई बारहवीं बोर्ड परीक्षा रद्द होने के बाद अब अभिभावकों और विद्यार्थियों को परिणाम का इंतजार है। हालांकि मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार सीबीएसई के अधिकारी ने यह स्पष्ट किया है कि अभी मूल्यांकन मानदंड तैयार करने में समय लग सकता है।
संतुष्ट न होने पर दे सकते हैं परीक्षा
प्रधानमंत्री के फैसले के बाद सीबीएसई ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर एक अधिसूचना जारी की है। इसके मुताबिक कक्षा दसवीं बोर्ड की तरह कक्षा बारहवीं के लिए भी ऑब्जेक्टिव क्राइटेरिया तैयार किया जाएगा। अगर कोई विद्यार्थी आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर तैयार किए गए परिणाम से संतुष्ट नहीं है, तो उसे परीक्षा देने का एक अवसर भी दिया जाएगा। स्थिति अनुकूल होने पर सीबीएसई द्वारा सभी विद्यार्थियों को परीक्षा देने का विकल्प दिया जाएगा।
इंटरनल परीक्षा को भी बनाया जा सकता है आधार
मंगलवार को आयोजित बैठक में शामिल केन्द्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने बताया कि कक्षा बारहवीं का परिणाम तैयार करने के लिए इंटरनल परीक्षा को भी आधार पर बनाया जा सकता है। यानी कक्षा ग्यारहवीं और बारहवीं के इंटरनल परीक्षा के आधार पर कक्षा बारहवीं का अंतिम परिणाम तैयार किया जा सकता है।
परिणाम तैयार करने के लिए पांच सदस्यीय कमेटी बनाने के निर्देश
बता दें कक्षा दसवीं बोर्ड परीक्षा का अंतिम परिणाम तैयार करने के लिए सीबीएसई द्वारा विद्यालयों को पांच सदस्यीय शिक्षकों की कमेटी तैयार करने के निर्देश दिए जा चुके हैं। इसके साथ ही मूल्यांकन के आधार पर परिणाम तैयार करने का फार्मूला भी सीबीएसई द्वारा जारी किया जा चुका है।