उच्च प्रशासनिक पद पर बेटी को देखने की हसरत शिल्पा के पिता शंकर देवांगन की थी, लेकिन परिणाम जारी होने से ठीक एक दिन पहले गुरुवार को उनका निधन हो गया। गमगीन देवांगन परिवार के घर गम व खुशी साथ आई। शिल्पा अपने पिता के खोने से गमगीन हैं, वहीं इस बात से मन को बहला रहीं हैं कि वे पिता के सपने को साकार करने में सफल रहीं। शिल्पा ने कहा कि गम और खुशी उन्हें साथ मिली।
टाप टेन में जगह पाकर शिल्पा डिप्टी कलेक्टर पद को सुशोभित करेंगी। उन्होंने बताया कि पीएससी की तैयारी वे 2016 से कर रहीं है, यह पहला अवसर रहा जब वे मेंस, इंटरव्यू के लिए चयनित हुई। इस दौर से गुजरते हुए उन्हें इस बात का आभास था कि परिणाम उनके पक्ष में आएगा। शिल्पा ने बताया कि पति डिगेश कुमार देवांगन फिलहाल पिथौरा ब्लाक में व्याख्याता के तौर पर पदस्थ हैं।
पीएससी के परिणाम में उनका चयन भी हुआ है। उनका रेंक 18 वा रहा। शिल्पा ने कहा कि कोरोना का लाकडाउन दोनों की तैयारी के लिए बेहतर अवसर रहा। दोनों ने आंसर राइटिंग, मेंस की तयारी पर फोकस किया। दोनों ग्रुप स्टडी करते थे। पति-पत्नी दोनों एक दूसरे के शिक्षक व विद्यार्थी बने रहे।
एक दूसरे की कापी चेक करना, टेस्ट लेना, इस तरह तैयारी करते रहे। शिल्पा ने कहा कि तैयारी के इस पूरे सफर में लगन व धैर्य जरूरी है। इस उपलब्धि का श्रेय उन्होंने दिवंगत पिता शंकर देवांगन को दिया है, जिनकी प्रेरणा उनके इरादे को कभी कमजोर नहीं होने दिया।