College Offline Exam मध्यप्रदेश की सरकार आफ लाइन पर अड़ी है जबकि बड़े शहरों में पढ़ने वाले अधिकांश छात्र अपने घर वापस लौट चुके हैं। मामला हाईकोर्ट तक पहुंच गया है। कोरोना से बड़े शहरों में छात्र संक्रमित हो रहे है इन सब के बाद भी सरकार अभी तक ऑफ लाइन एग्जाम College Offline Exam करने पर तैयारी कर रही है।
जानकर बताते हैं कि सिर्फ इंदौर शहर की बात की जाए तो यहां 90% स्टूडेंट्स वापस जा चुके हैं। डिपार्टमेंट में सिर्फ 10% स्टूडेंट्स बचे हैं। ऑफलाइन क्लास ऐसी कंडीशन में पॉसिबल नहीं है इसलिए डेट आगे बढ़ा दी गई है। यही स्थिति भोपाल, ग्वालियर जबलपुर में भी है। सवाल यह कि आखिर ऑफ लाइन एग्जाम को लेकर सरकार ने अपना प्रतिष्ठा का प्रश्न क्यों बना लिया है।
इंदौर के देवी अहिल्या विश्वविद्यालय मैनेजमेंट DAVV ने इस सिलसिले में पहले भी उच्च शिक्षा विभाग से स्पष्ट मार्गदर्शन मांगा था। MP के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव लगातार ऑफलाइन कक्षाओं और परीक्षाओं के लिए जिद पर अड़े हुए हैं। जब तक स्टूडेंट्स को ऑनलाइन अथवा ओपन बुक पैटर्न पर परीक्षाओं की उम्मीद थी, तब तक वो रुके रहे लेकिन जैसे ही सरकार ने अपने स्टैंड क्लियर किया और हाई कोर्ट का डिसीजन आया, स्टूडेंट्स वापस अपने-अपने घरों की तरफ लौट गए।
उधर राजीव गांधी प्रोधोगिकी विवि ने सबसे पहले अपनी परीक्षा को ऑनलाइन कराने का निर्णय ले लिए था इसका फायदा यह हुआ कि छात्रों ने तैयारी कर ली थी पर एमपी बोर्ड सहित प्रदेश के तमाम यूनिवर्सिटी अभी तक स्टैंड क्लियर नहीं कर पाई। अब देखना दिलचस्प होगा कि सरकार छात्रों के वापस जाने की खबरों के बाद क्या डिसिजन लेती है।