Congress President Election : देश में इन दिनों कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव चर्चा का सबसे बड़ा मुद्दा बना हुआ है. इसे लेकर दावेदारों के समर्थन और उनकी अस्वीकारता को लेकर लगातार बयान आ रहे हैं. छत्तीसगढ़ से टीएस सिंहदेव के बाद मध्य प्रदेश में सज्जन सिंह वर्मा ने गहलोत,दिग्विजय,थरूर की स्वीकारता को नकार दिया है. उनका मानना है कि राहुल गांधी को ही ये जिम्मेदारी संभालनी चाहिए.
दिग्विजय सिंह, अशोक गहलोत और शशि थरूर की स्वीकारोक्ति नहीं
मध्य प्रदेश कांग्रेस के दिग्गज नेता और कमलनाथ सरकार में मंत्री रहे सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि दिग्विजय सिंह, अशोक गहलोत और शशि थरूर की स्वीकारोक्ति नहीं है. पार्टी में लोग जितना राहुल गांधी को मानते हैं उतना किसी और को नहीं मानते. पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने मांग की कि राहुल गांधी ही पद संभालें.
सिंह देव में गहलोत की सर्व स्वीकारता नकारी थी
कुछ दिनों पहले अपने भिलाई दौरे पर टीएस सिंह देव ने कहा था कि राहुल गांधी ने अपनी मंशा जाहिर की है कि गांधी-नेहरू परिवार से अध्यक्ष न बनाया जाए, लेकिन मैं उनकी इस बात के समर्थन में नहीं हूं. राहुल, कांग्रेस का चेहरा हैं. मेरी पहली चॉइस अशोक गहलोत नहीं, हालांकि इसका मतलब ये नहीं की वो मैं उनका विरोधी हूं, लेकिन राहुल गांधी पार्टी में सर्व स्वीकार हैं.
मध्य प्रदेश से भी दावेदार
बता दें दो दिन पहले ही अशोक गहलोत में नामांकन भरने की बात कही थी. हालांकि उन्होंने अभी तक इसके लिए नामांकन पत्र नहीं लिया. इस बीच राजस्थान में एक सियासी संकट खड़ा हो गया. वहीं मध्य प्रदेश से दिग्विजय सिंह और कमलनाथ को इस रेस का हिस्सा माना जा रहा है, लेकिन कमलनाथ के खुद को रेस से बाहर बताने पर अब केवल दिग्विजय सिंह बचे हुए हैं. उन्हें लेकर अभी तक कोई स्थिती स्पष्ट नहीं है.
अब कौन-कौन है रेस में
सियासी जानकारों की मानें तो राजस्थान के घटनाक्रम के बाद कांग्रेस हाईकमान बड़ा फैसला ले सकता है. माना जा रहा है गहलोत रेस से बाहर हो सकते हैं. वहीं कुछ और जानकारों की माने तो अब मल्लिकार्जुन खड़गे, दिग्विजय सिंह, केसी वेणुगोपाल, पवन बंसल अध्यक्ष पद की रेस में हैं.