चौथी लहर की आशंका नहींः corona 4th wave in india एमआइटीएस के गणितज्ञ डा आरएस जादौन का कहना है कि भले ही केस बढ़ रहे हैं, लेकिन दुनिया भर व भारत में आई तीन लहरों के डेटा
कोरोना का संक्रमण एक सामान्य बीमारी की तरह है। अब इससे डरने की नहीं, सावधानी रखने की जरुरत है। दूसरी लहर में तबाही मचा चुका कोरोना की अब चौथी लहर आने की आशंका न के बराबर है, जब तक की कोरोना का वायरस म्यूटेड नहीं होता। इसलिए डाक्टर और गणितज्ञों का कहना है कि कोरोना से डरना नहीं, बल्की उससे बचने के लिए सावधानी रखने की जरूरत है। भले ही कोरोना के केस दिल्ली, भोपाल, इंदौर और जबलपुर में बढ़ रहे हैं, पर संक्रमित बिना अस्पताल में भर्ती हुए घर पर ठीक हो रहे हैं। इसलिए कोविड नियमों का पालन करें ,मास्क लगाएं, भीड़ में जाने से बचें और शारीरिक दूरी का पालन करें।
चौथी लहर की आशंका नहींः एमआइटीएस के गणितज्ञ डा आरएस जादौन का कहना है कि भले ही केस बढ़ रहे हैं, लेकिन दुनिया भर व भारत में आई तीन लहरों के डेटा का आकलन करने पर चौथी लहर की आशंका नगण्य है। आंकड़ों का जाे कर्व बन रहा है, उसकी लाइन फ्लैट है। कर्व ऊपर नीचे जाता हुआ दिखाई नहीं दे रहा है। इससे साफ है कि आगे कोरोना के केस मिलते रहेंगे, लेकिन चौथी लहर आने के कोई आसार नहीं है, जब तक की कोरोना के वायरस में म्यूटेशन नहीं होता। अभी जाे भी केस मिल रहे हैं, उनमें ओमिक्रोन का वायरस है, जो गले से नीचे नहीं उतरा। इस कारण से लोगों को बुखार, कमजोरी या सर्दी, जुकाम की शिकायत हुई, पर फैंफड़े से संबंधित परेशानी नहीं आई है