केरल में कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ते मामलों के बाद मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने पूरे प्रदेश में लॉकडाउन का ऐलान किया है। ये लॉकडाउन 8 मई को सुबह 6 बजे से 16 मई तक के लिए लागू रहेगा। केरल में बुधवार को कोविड-19 के रिकॉर्ड नए 41,953 मामले आए थे। जिसके बाद मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने स्थिति को गंभीर करार देते हुए कड़े कदम उठाने की बात कही थी।

राज्य सरकार ने कोरोना से पैदा हुए हालत से निपटने के लिए मेडिकल की पढ़ाई कर रहे छात्रों और सरकारी अधिकारियों की भी तैनाती करने का फैसला किया है। वार्ड स्तर की समितियों को मजबूत करने के निर्देश दिए जा रहे हैं और इलाके के मेडिकल छात्रों को रैपिड एक्शन टीम में शामिल किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार की एजेंसियों और राजनीतिक दलों के अलावा निजी एजेंसियों को भी राहत कार्य में काम करने की अनुमति दी जाएगी।

केरल सरकार ने बताया कि राज्य में अब तक संक्रमित हुए लोगों की कुल संख्या 17,43,932 हो गई है, जिनमें से 13.62 लाख लोग ठीक हो चुके हैं। सरकार के मुताबिक, इस समय राज्य में एक्टिव केस की संख्या 3,75,658 है और पॉजिटिविटी रेट 25.69 फीसदी है। राज्य में 58 और मरीजों की मौत होने के बाद अब तक यहां कोविड-19 से जान गंवाने वालों की संख्या बढ़कर 5,565 हो गई।

पिनराई विजयन ने बताया कि राज्य में मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और पॉजिटिविटी रेट भी कम नहीं हो रहा है। इसलिए ऑक्सीजन की जरूरत भी बढ़ रही है। ऐसे में हमें ऑक्सीजन का स्टॉक बनाए रखने के लिए केंद्र की मदद चाहिए। मैंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1000 एमटी लिक्विफाइड मेडिकल ऑक्सीजन उपलब्ध कराने की अपील की है। केरल के सीएम ने कहा कि ”कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए राज्य को प्राथमिकता के आधार पर जितना ज्यादा हो सके ऑक्सीजन टैंकर्स, पीएसए प्लांट, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स और वेंटिलेटर्स दिए जाने चाहिए.