Coronavirus in Chhattisgarh: कोरोना से पिछले साल हुई मौत, अब हुआ अंतिम संस्कार
Coronavirus in Chhattisgarh। कोरोना संक्रमण काल में शासन प्रशासन की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। पिछले साल कोरोना से हुई मौत मामले में एक दर्जन शवों का अंतिम संस्कार प्रशासन नहीं कर पाया था। वर्तमान में शवों को रायपुर स्थित मर्चुरी में रखा गया था, जिसका अंतिम संस्कार रविवार और सोमवार को किया गया। अंतिम संस्कार न करने का प्रमुख वजह शासन प्रशासन द्वारा परिजनों का इंतजार किया जाना बताया जा रहा है। लेकिन परिजन के नहीं आने पर प्रशासन द्वारा उनका अंतिम संस्कार किया गया है। वहीं कोरोना से लगातार हो रही मौत मामले में रायपुर नगर निगम अंतर्गत श्मशान घाटों की संख्या बढ़ाने की तैयारी चल रहा है। रायपुर नगर निगम के अधिकारी का कहना है कि श्मशान घाट कम पड़ने लगे हैं इसलिए इनकी संख्या में इजाफा किया जा रहा है।
ज्ञात हो कि कोरोना के बढ़ते मामले पर अंकुश लगाने के लिए शासन प्रशासन द्वारा नौ अप्रैल से 19 अप्रैल की सुबह तक लॉकडाउन लगा दिया है। लॉकडाउन के दौरान आने जाने वालों के ऊपर शासन प्रशासन द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है। उसके बाद भी कोरोना संक्रमण मरीजों की संख्या में कमीं नहीं आ रही है। कोरोना संक्रमण से मरने वालों की संख्या में इजाफा हो रहा है। वर्तमान में शव रखने के लिए रायपुर स्थित मर्चुरी में जगह नहीं है। मर्चुरी को खाली कराया जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ 12 शव पिछले साल के थे जिनकी मौत कोरोना संक्रमण से हुई थी। प्रशासन उनके अंतिम संस्कार के लिए उनके परिजन का इंतजार कर रहा था, लेकिन परिजन अभी तक पहुंचे थे।
एसडीएम रायपुर ने जारी किया था आदेश
मर्चुरी में रखे शव पूरी तरह से गल चुके थे। उनके अंतिम संस्कार के लिए रायपुर एसडीएम ने दस अप्रैल को आदेश जारी किया। आदेश के बाद रविवार को आठ शव का अंतिम नया रायपुर स्थित श्मशान घाट तथा सोमवार को देवेंद्र नगर स्थित श्मशान घाट में चारों शवों का अंतिम संस्कार किया गया है।
वर्ष 2020 में कोरोना संक्रमित एक दर्जन शव मर्चुरी में रखा गया था। परिजनों का इंतजार किया जा रहा था लेकिन वह नहीं आए। एसडीएम ने उनके अंतिम संस्कार के लिए आदेश जारी किया था। प्रशासन की गाइड लाइन के मुताबिक उनका अंतिम संस्कार करवा दिया गया है। – यदुमणि सिदार, थाना प्रभारी मौदहापारा