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Coronavirus News Indore: लोगों को संक्रमण से बचाने के लिए डेढ़ हजार सेंपल लिए
इंदौर। कोरोना संक्रमण बढ़ने के बाद शहर के पांच क्षेत्रों को कंटेंनमेंट बनाया गया है। पिछले दो दिनों में यहां से 1450 लोगों के सैंपल लिए गए हैं, जिससे संक्रमित व्यक्तियों का पता लगाकर तत्काल इलाज शुरू किया जा सके। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मानें तो त्योहार व ठंड के कारण मरीज बढ़ रहे हैं। ऐसे में अपने साथ बच्चों व बुजुर्गों को विशेष ख्याल रखने की जरूरत है।
पिछले कुछ दिनों में रेसकोर्स रोड, खातीवाला टैंक, जावरा कंपाउंड, उषा नगर व साउथ तुकोगंज क्षेत्र में अधिक संख्या में मरीज मिल रहे हैं। इसके बाद इन क्षेत्रों में छोटे-छोटे कंटेनमेंट एरिया बनाए गए हैं। जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग की टीम पूरे क्षेत्र में सर्वे कर रही है। यहां रैपिड रिस्पांस टीम के माध्यम से 50-50 घरों का सर्वे कराया जा रहा है। इन घरों में बीमार व कोरोना के लक्षण मिलने वाले सभी मरीजों की जांच की गई है।
इसके अलावा एक अलग टीम रैंडम सैंपल भी ले रही है, जिसके तहत मकान नंबर के आधार पर चयन किया जा रहा है। कोरोना कंट्रोल रूप के प्रभारी डॉ. अनिल डोंगरे ने बताया जिन क्षेत्रों में संक्रमण बढ़ रहा है। वहां पर लोगों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है। इसके साथ ही कंटेनमेंट जोन में रहने वाले लोगों को खुद सावधानी बरतने की जरूरत भी है।
तीन क्षेत्रों में बढ़े मरीज
स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिन क्षेत्रों को कंटेनमेंट जोन बनाया गया है। उसमें से तीन क्षेत्र ऐसे हैं जहां से पिछले दो दिनों में फिर से नए मरीज मिले हैं। खातीवाला टैंक क्षेत्र में 29 नवंबर तक 288 केस थे जो एक दिसबंर तक बढ़कर 292 हो गए। वहीं साउथ तुकोगंज में 29 नवंबर तक 251 केस थे जो बढ़कर 258 पहुंच गए हैं। वहीं उषा नगर में 29 नवंबर तक 234 केस थे जो एक दिसंबर तक बढ़कर 252 पहुंच गए। अभी इन क्षेत्रों से लिए गए अन्य सैंपलों की जांच रिपोर्ट आना बाकी है।
पूरे क्षेत्र के बजाय छोटे-छोटे क्षेत्र चुने
नई गाइडलाइन के अनुसार प्रशासन ने बड़े एरिया को कंटेनमेंट जोन घोषित करने के बजाय छोटे-छोटे क्षेत्रों को ही चुना है, जिससे अन्य जगह के लोगों को परेशानी न हो। वहीं जांच व सैंपलिंग के बाद जल्द से जल्द इन क्षेत्रों से कंटेनमेंट हटाने की कोशिश भी प्रशासन करेगा।
लगातार जारी है सर्वे
जिन क्षेत्रों को कंटेनमेंट जोन बनाया गया है, वहां पर जांच व सैंपलिंग लगातार जारी है। विभाग का मुख्य उद्देश्य यह है कि जल्द से जल्द अधिक लोगों की जांच हो सके, जिससे संक्रमित लोगों का समय पर इलाज हो सके व संक्रमण को भी फैलने से रोका जा सके।
– डॉ. प्रवीण जड़िया, सीएमएचओ