पालेकेले। पहले मैच में नौ विकेट से जीत दर्ज करने के बाद भारत यहां श्रीलंका के खिलाफ खेले जाने वाले दूसरे वनडे मैच में अपनी जीत की लय को बरकारर रखने के इरादे से उतरेगी। कुलदीप यादव को इस मैच में मौका मिलेगा या नहीं, इस बात पर सभी की निगाहें टिकी होंगी।
मेहमान टीम ने पहले वनडे मैच में बेहतरीन प्रदर्शन किया था। बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज अक्षर पटेल द्वारा चटकाए गए तीन विकटों की मदद से मेजबान टीम को 216 रनों पर ही सीमित कर दिया था और फिर सलामी बल्लेबाज शिखर धवन (नाबाद 132) और कप्तान विराट कोहली (नाबाद 82) की बेहरतरीन पारियों की मदद से नौ विकेट से जीत हासिल की थी।
वहीं टीम इंडिया के लिए यही चीज़ मुश्किल का सबब भी बन सकती है, क्योंकि हमने देखा था कि चैंपियंस ट्रॉफी में भी भारत के टॉप चार बल्लेबाज़ ही रन बना रहे थे, लेकिन फाइनल में टॉप के 3 बल्लेबाज़ों के आउट होने का बाद कोई भी बल्लेबाज़ क्रीज़़ पर नहीं टिक सका था और भारतीय टीम के हाथ से चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब फिसल गया था। तो ऐसे में भारतीय टीम को दूसरे वनडे मैच में सावधान रहना होगा।
दूसरे मैच में बल्लेबाजी में श्रीलंकाई टीम अपने सलामी बल्लेबाज निरोशन डिकवेला पर काफी हद तक निर्भर करेगी। उन्होंने पहले मैच में अर्धशतक जड़ा था। उनके अलावा दानुष्का गुणातिलके, कुशल मेंडिस और पूर्व कप्तान एंजेलो मैथ्यूज से भी श्रीलंका को अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी। यह सभी बल्लेबाज पहले मैच में बल्ले से नाकाम रहे थे।
गेंदबाजी में श्रीलंका की उम्मीदें तेज गेंदबाज लसिथ मलिंगा पर टिकी हुई हैं। वह किसी भी बल्लेबाज को परेशान करने और उसकी लय बिगाड़ने का दम रखते हैं। लेकिन टीम की दिक्कत यह है कि दूसरे छोर पर मलिंगा का साथ देने वाला दूसरा कोई गेंदबाज उसके पास नहीं है। वहीं इन फॉर्म भारत के लिए सभी कुछ अच्छा चल रहा है। उसके बल्लेबाज रन बना रहे हैं तो गेंदबाज विकेट चटका रहे हैं।
पहले मैच में सिर्फ तीन बल्लेबाजों को बल्लेबाजी करने का मौका मिला था, हालांकि टीम के मध्यक्रम में महेंद्र सिंह धौनी, हार्दिक पांड्या, केदार जाधव जैसे नाम हैं जो तेजी से रन बना सकते हैं और टीम को किसी भी परिस्थिति से बाहर निकाल सकते हैं।
कोहली की आदत है कि वह हर मैच में बदलाव करते हैं। ऐसे में लोकेश राहुल की जगह मनीष पांडे को टीम में मौका मिल सकता है। गेंदबाजी में कोहली विजयी क्रम के साथ उतर सकते हैं जहां भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह, पटेल और लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल टीम की जिम्मेदारी संभालेंगे। देखने वाली बात होगी कि क्या कुलदीप यादव को मौका मिलेगा या उन्हें अभी इंतजार करना होगा।