Dam Break in MP Dhar जिले के धार-धामनोद मार्ग स्थित भारूड़पुरा के निचले ग्राम कोठिडा में नवनिर्मित मिट्टी के बांध लीकेज होने का मामला प्रकाश में आया है। यहां से लगातार पानी बह रहा है। इस मामले को प्रशासन और जन संसाधन विभाग ने गंभीरता से लेते हुए पानी का लीकेज रोकने के लिए कार्रवाई शुरू कर दी है। वहीं राजस्व विभाग ने बांध के निचले क्षेत्र में बसे हुए तीन गांव को अलर्ट जारी कर दिया है। पूरे मामले में प्रशासन सतर्क है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मामले में पल-पल का अपडेट ले रहे हैं।
शुक्रवार को सभी गांव को खाली करवाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। वीडियो आने के बाद में स्थिति गंभीर हुई। जिस पानी के रिसाव को कल रोकने का दावा किया गया था वहां से फिर से पानी निकलना शुरू हुआ था। ग्रामीणों को स्कूल और अन्य सुरक्षित भवनों पर पहुंचाने के लिए तेजी से हो रही है कार्रवाई।
फोरलेन पर यातायात रोक दिया गया है। ग्राम गुजरी को बंद करवाया जा रहा है। कलेक्टर को पुलिस अधीक्षक मौके पर पहुंचे तनाव का वातावरण।
जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट धार ज़िले के कारम डैम पहुंच रहे हैं। यहां जल संसाधन विभाग के सभी वरिष्ठ अधिकारी एवं जिला प्रशासन के अधिकारीगण द्वारा अपनी देख-रेख में बांध में हुए लीकेज से उत्पन्न परिस्थितियों में आपदा प्रबंधन का कार्य किया जा रहा है।
भारुड़पूरा में निर्माणाधीन कारम डेम में सीपेज के कारण उठाए एतिहायत कदम की जानकारी दे रहे है @collectordhar डॉ पंकज जैन@JansamparkMP pic.twitter.com/aM8JBsYPiI
— PRO DHAR (@PROJSDhar) August 12, 2022
प्रशासन की तैयारियां पूरी
गुरुवार को प्रशासन ने तमाम तैयारियां कर ली थी। यदि बांध में अचानक से कोई बड़ी समस्या आती है तो गांव वालों को सुरक्षित करने का प्लान तैयार किया जा रहा है। विभाग का कहना है कि यह सामान्य रिसाव है। इसे जल्द ही दुरुस्त कर लिया जाएगा। इसके लिए बड़े स्तर पर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसमें प्राथमिक रूप से सफलता भी मिल गई है।
गुरुवार को कारम नदी पर बनाए गए उक्त बांध के मामले में अचानक से रिसाव होने की जानकारी सामने आई है। इसका वीडियो इंटरनेट के माध्यम से सभी दूर फैल गया। इससे बड़ी संख्या में लोग मौके पर इस स्थिति को देखने के लिए भी पहुंच गए। वहीं आसपास के बसे हुए गांव के लोगों को सुरक्षित किया जा रहा है। फिलहाल लीकेज सामान्य है।
बता दें कि कारम नदी पर करीब 200 कराेड़ की लागत से बांध बनाया गया है। इसमें एक मजबूत सीमेंट के बांध के अलावा जल संग्रहण के लिए मिट्टी का बांध भी बनाया गया है। इसमें वर्तमान में करीब 295 मीटर के जल स्तर तक पानी भरा हुआ है। क्षेत्र में हुई वर्षा के कारण मानसून के मध्य सत्र में ही पानी भर गया है। एक लीकेज के कारण ताबड़तोड़ में प्रशासन और जल संसाधन विभाग हरकत में आया।
इस बारे में नायब तहसीलदार धररपुरी क्षेत्र केशव सोलंकी ने बताया कि जल संसाधन विभाग के मिट्टी बांध से पानी लीकेज की सूचना मिलने पर प्रशासन के अधिकारियों ने हमें इस संबंध में निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि हमने बांध के निचले स्तर के जो प्रमुख 3 गांव हैं, वहां पर मुनादी करवा दी है। तुरंत ही इन गांवों में लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचने के लिए कहा गया है। हालांकि यहां सुरक्षात्मक कदम उठाए गए हैं।