इस तरीके से कीजिए धान की नर्सरी और पाइए लहलहाती फसल, जानिए उन्नत किस्म के नाम
दोस्तों आप सभी तो जानते ही है कि ज्यादातर राज्यों में अब बारिश का सैलाब आ चुका है और ऐसे में किसान भाई अब अपने खेतों में फसलों की बुवाई के लिए जुट चुके हैं तो दोस्तों जो किसान भाई इस वर्ष धान की खेती करना चाहते हैं उनके लिए आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से धान की नर्सरी तैयार करने का तरीका बताने वाले हैं जिसकी मदद से आप दान की खेती में अच्छी फसल पा लेंगे । दोस्तों चलिए आपको भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान नई दिल्ली के द्वारा बताई तकनीक के अनुसार जानकारी देते हैं।
वैज्ञानिकों की सलाह
दोस्तों आपकी जानकारी के लिए बता दे की पूसा संस्थान के अनुसार दिल्ली और आसपास के क्षेत्र में धान की नर्सरी डालने के लिए इस समय को काफी उपयुक्त बताया है और इसी के साथ उनके द्वारा और भी कई सारी सब्जियों और फसलों को इस समय जारी करने का पैमान दिया है। लेकिन दोस्तों आज की इस आर्टिकल में हम आपको धन की नर्सरी तैयार करने की उचित एडवाइस देने वाले हैं तो चलिए इसके बारे में विस्तार से जान लेते हैं।
इस तरीके से कीजिए धान की नर्सरी और पाइए लहलहाती फसल, जानिए उन्नत किस्म के नाम
ऐसे करें धन की नर्सरी तैयार
तो दोस्तों अगर आप भी धान की नर्सरी तैयार करना चाहते हैं तो आपकी जानकारी के लिए बता दे की संस्थान द्वारा दी गई एडवाइस के अनुसार एक हेक्टेयर क्षेत्रफल में आपको रोपाई के लिए लगभग 800 से 1000 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में पौधे तैयार करने होते हैं और इसके बाद नर्सरी के क्षेत्र को लगभग 1.25 से लेकर 1.5 मीटर चौड़ी तथा आपकी सुविधा अनुसार लंबी कारों में बताकर आप लगा सकते हैं और वहीं पर पौधशाला में बुवाई से पहले आपको बीजों का उपचार करने के लिए 5 किलोग्राम बीच के लिए बवासीर 10 से 12 ग्राम और एक ग्राम इस स्ट्रिपकाइलिन को 10 लीटर पानी में घोलने है और इन तीनों को मिला लेना है।
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इसके बाद दोस्तों आपको इसके अंदर 12 से 15 घंटे तक बीच को डुबोकर रखना है जिसके बाद आपको वीडियो को बाहर निकाल कर किसी छायादार जगह में सुखना है और इसे आप 24 से 36 घंटे के लिए डॉक्टर रख सकते हैं साथ ही समय-समय पर इस पर हल्का-हल्का पानी का छिड़काव भी करते रहे जिससे बीच में अंकुर निकालने के बाद पौध शाला में इसे छिड़क दे। धान की रोपाई में आप पूसा बासमती की कई सारी किस्म में से किसी भी किस्म का प्रयोग कर सकते हैं।