Education Department MP भोपाल। मध्य प्रदेश में शिक्षक पात्रता परीक्षा के जरिए चयनित उच्च माध्यमिक और माध्यमिक शिक्षकों की भर्ती हो गई है। नए शिक्षकों ने स्कूलों में पदभार ग्रहण कर बच्चों को पढ़ाने का कार्य भी प्रारंभ कर दिया है। लिहाजा, स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों की विमर्श पोर्टल पर दर्ज जानकारी को राज्य स्तर से अनलाक किया जा रहा है।
जिन शासकीय स्कूलों में ये नए शिक्षक पदस्थ किए गए हैं, उनसे कहा जा रहा है कि चयनित उच्च माध्यमिक व माध्यमिक शिक्षकों की जानकारी हेतु यदि यूनिक आईडी उपलब्ध नहीं है तो इनकी टेम्पररी यूनिक आईडी दर्ज करें।
इस संबंध में लोक शिक्षण संचालनालय ने सभी जिले के जिला शिक्षा अधिकारियों को एक आदेश जारी किया है। इसमें कहा गया है कि स्कूलों में कार्यरत प्राथमिक शिक्षकों के पढ़ाने के लिए कक्षा का चयन करें एवं उच्च माध्यमकि और माध्यमिक शिक्षकों के लिए कक्षावार अध्यापन विषय का चयन अनिवार्य रूप से करें।
आदेश में यह भी लिखा है कि स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों की विषयवार, कक्षावार पढ़ाने की जानकारी सहित प्राचार्य लागइन से विमर्श पोर्टल पर तीन जनवरी तक अनिवार्य रूप से समग्र जानकारी दर्ज करें। बता दें, कि 2018 में शिक्षक भर्ती परीक्षा ली गई थी। तीन साल बाद अब जाकर शिक्षक भर्ती प्रक्रिया अब भी संपूर्ण नहीं हो पाई है। 12043 पदों पर जो पहली सूची जारी की गई थी। इतने पदों पर शिक्षकों की ज्वाइनिंग हो गई है।
Education Department MP साढ़े 18 हजार चयनित शिक्षकों को नियुक्ति नहीं मिली
वर्ष 2018 में शिक्षक पात्रता परीक्षा की प्रक्रिया शुरू की गई थी। लेकिन सरकार और विभाग तीन साल बाद भी सभी चयनितों को नियुक्ति नहीं दे पा रहा है। शिक्षक भर्ती 2018 में 30,500 पदों पर शिक्षकों की नियुक्ति होनी थी, जिसमें से केवल 12043 पदों पर स्कूल शिक्षा विभाग में नियुक्ति दी है। अभी भी लगभग 18500 शिक्षक नियुक्ति का इंतजार कर रहे हैं। जनजातीय स्कूलों में 2220 उच्च माध्यमिक और 5704 पदों पर भर्ती होनी है। लगभग 8627 अभ्यार्थी स्कूल शिक्षा विभाग में भी नियुक्ति का इंतजार कर रहे हैं।