EOW RAID 9 हज़ार पगार वाले सहायक समिति प्रबंधक के पास मिली इतनी संपत्ति, हैरान रह जाएंगे आप
9 हज़ार पगार वाले सहायक समिति प्रबंधक के पास मिली इतनी संपत्ति, हैरान रह जाएंगे आप
EOW RAID 9 हजार रुपए वेतन पाने वाला एक सहायक समिति प्रबंधक अरबपति निकला है. सागर और जबलपुर की ईओडब्ल्यू की टीम संयुक्त कार्रवाई में बात सामने आई है.
अरब पति निकला सहायक प्रबंधक
दरअसल, छतरपुर जिले के बदौराकला में सहायक समिति प्रबंधक के पद पर पदस्थ प्राण सिंह के पास अरबों रुपए की संपत्ति मिली है. सागर और जबलपुर ईओडब्ल्यू टीम ने संयुक्त कार्रवाई की है, जिसमें प्राण सिंह के पास यह संपत्ति मिली है. प्राण सिंह के तीन ठिकानों पर देर रात छापेमारी की गई थी जिसकी कार्रवाई अब पूरी हो गई है.
9 हजार वेतन मिलता है
ईओडब्ल्यू की तरफ से बताया गया कि प्राण सिंह के तीन ठिकानों जिनमें देरी रोड के पॉश कालोनी में बने मकान के अलावा बारीगढ़ और जोंगा गांव में स्थित मकान पर कार्रवाई की गई थी. ईओडब्ल्यू की जांच में सहायक समिति प्रबंधक काली कमाई का अरब पति निकला है, जिसे मात्र 9 हजार रुपए वेतन मिलता है. सर्च कार्रवाई में अभी तक प्राप्त सम्पत्ति की जानकारी के अनुसार
- नगद 161500 रुपए
- सोना 333 ग्राम
- चांदी 544 ग्राम
- दो बड़े मकान (कीमत का आकलन PWD द्वारा किया जाना है )
- एक JCB
- एक टाटा सफारी
- एक स्कॉर्पियो
- एक XUV
- एक Sail कार
- दो ट्रैक्टर
- एक रॉयल एनफिल्ड बुलेट
- एक दो पहिया वाहन जूपिटर
- इसके अलावा भी एक JCB और एक पोकलेन मशीन के दस्तावेज भी मिले है
- लगभग तीस लाख का घरेलू सामान
10 बैंक अकाउंट
इसके अलावा एक 315 बोर की लॉयसेंसी रायफल, एक बिना लाइसेंस की अवैध पिस्टल भी मिली है. जबकि कुल 33 रजिस्ट्री / इकरारनामा के कॉगज मिले हैं, जो 67 एकड़ कृषि भूमि से सम्बंधित है. जिसकी कीमत करोड़ों में हो सकती है. इसके अलावा भी दो क्रेशर / पत्थर खदान की अनुमति संबंधी दस्तावेज, 10 बैंक अकाउंट एवं दो पोस्ट ऑफिस की पॉलिसी के दस्तावेज भी मिले हैं.
प्राप्त दस्तावेजों के आधार पर कृषि भूमि की कीमत/क्रेशर सम्बंधी जानकारी एवं बैंक अकाउंट और पॉलिसी की जानकारी प्राप्त कर सम्पत्ति का कुल मूल्य का आकलन किया जाएगा. अवैध पिस्टल और कारतूस के मामले मे सहायक प्रबंधक के खिलाफ जुझारनगर थाना पुलिस आम्स एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है. अधिकारियों की तरफ से बताया गया कि फिलहाल संपत्ति का पैसों में आंकलन किया जा रहा है. जबकि सहायक समिति प्रबंधक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया