Fossil found in Dhar मध्यप्रदेश के धार में शुक्रवार को खंडलाई की खदान से एक जीवाश्म मिला दरअसल, यह करोड़ों साल पुराना समुद्री जीवाश्म है, जो खंडलाई की खदान में भ्रमण के दौरान ईको पर्यटन विकास बोर्ड की सीईओ समिता राजौरा के हाथ लगा है। चट्टानी पहाड़ी से उसे उन्होंने कुरेदकर निकाला। मौके पर मौजूद विज्ञानियों ने इसकी पुष्टि की और बताया कि यह समुद्री जीव तैरती हुई मुद्रा में है। सीईओ राजौरा ने उसे हाथ में उठाकर फोटो क्लिक करवाई और खुश होकर बोली कि यहां की धरोहर जीवाश्मों से लबरेज हैं।
मध्यप्रदेश ईको टूरिज्म बोर्ड की पहल पर देश के 12 विज्ञानी इन दिनों धार जिले के बाग और मांडू क्षेत्र में जियोलाजिकल पार्क बनाने के लिए अध्ययन कर रहे हैं। विज्ञानी बिखरी पड़ी पुरासंपदा के महत्वों का पेपर पब्लिकेशन कर उनकी महत्ता को उजागर करेंगे। द सोसायटी आफ अर्थ साइंटिस्ट के जनरल सेकेटरी डा. सतीश त्रिपाठी ने बताया कि एमोनाइट शेल रचनाएं होती हैं, जो समुद्र के समाप्त होने के बाद यहां जीवाश्म के रूप में पाई जाती है। यह करीब छह से सात करोड़ वर्ष पुराना जीवाश्म है, जो देखने में सुंदर होता है। ऐसा नहीं कि यह पहली बार मिला। दरअसल, फिल्ड में काम करते हुए जीवाश्म का मिलना खुशी देता है। यह जियो हेरीटेज के लिए अच्छे संकेत हैं। इन्हीं को देखकर जान पाते हैं कि यहां पहले समुद्र था। इसके अलावा हेमियास्टर (जीवाश्म) भी मिले।