Gajab बालाघाट के जिला परिवहन अधिकारी अनिमेष गढ़पाल का बेटा अनुनय गढ़पाल दो साल दो माह का है,लेकिन उसकी स्मरण शक्ति इतनी तेज है कि चालीस से ज्यादा देशों के झंडों को देखकर उनके नाम व देश के प्रधानमंत्री, प्रदेश मुख्यमंत्री सहित अन्य महापुरूषों के नाम मुंहजुबानी याद है। अनुनय का नाम इंटरनेशनल बुक आफ रिकार्ड और इंडिया बुक आफ रिकार्ड में दर्ज हुआ है। उन्हें ये उपलब्धि ऐसे कारनामे के लिए मिली है जिसे सीखने या याद रखने के लिए इंसान को सालों लग जाते है।
अनुनय बाकी बच्चों से अलग है।उसे मोबाइल में गेम खेलने या कार्टून देखने से ज्यादा अल्फाबेट, नंबर्स, बड़ी हस्तियों की तस्वीर वाली कलरफुल किताबें देखना और पढ़ना पसंद है। 60 से ज्यादा आब्जेक्ट को देखकर उसका नाम बताता है। उन्होंने बताया कि अनुनय का सपना वैज्ञानिक बनने का है।
जिला परिवहन अधिकारी अनिमेष गढ़पाल ने बताया कि अनुनय की बचपन से स्मरण शक्ति तेज है।किसी वस्तु , नाम, चित्र को एक बार देखने के बाद उसे हमेशा वो चीज याद रहती है। माता पिता ने बच्चे का हुनर पहचाना और इसे तराशने में जुट गए।अनुनय की इस उपलब्धि में उसकी मम्मी विद्या गढ़पाल का अहम योगदान है। खाली समय में विद्या गढ़पाल बेटे के हुनर को निखारती है।