Ganesh chaturthi गणेश चतुर्थी पर अपनी राशि के अनुसार रंग की मूर्ति खरीदकर घर, प्रतिष्ठान में विराजित करना विशेष शुभ माना गया है। बुधवार को शुभ मुहूर्त में भक्त अपनी राशि अनुसार रंग की मूर्ति खरीदकर विशेष लाभ प्राप्त कर सकते हैं। धर्मशास्त्र के जानकारों ने प्रत्येक राशि के लिए विभिन्न रंग बताएं हैं, इनमें से किसी एक रंग की मूर्ति खरीदी जा सकती है।
– मेष : गहरा लाल, सुनहरा, हल्का पीला
– वृषभ : चमकीला सफेद, दूधिया सफेद, हल्का नीला, आसमानी
– मिथुन : हरा, सफेद, गहरा नीला
कर्क : दूधिया सफेद, चमकीला सफेद, हल्का गुलाबी
– सिंह : सिंदुरिया, गहरा गुलाबी, गहरा लाल
– कन्या : हल्का हरा, आसमानी नीला, नींबू पीला
– तुला : चमकीला सफेद, समुद्री नीला, हल्का पीला
– वृश्चिक : गहरा लाल, वासंती पीला, मेहरून लाल
– धनु : हल्दी जैसा पीला, सिंदुरिया, हल्का लाल
मकर : गहरा नीला, फिरोजी, हल्का हरा
– कुंभ : चमकीला नीला, सफेद, गहरा काला
– मीन : केसरिया, लाल, केसरिया पीला
पूजन में यह सामग्री विशेष
भगवान गणेश की पूजा में विशिष्ट सामग्रियों के उपयोग से कार्य में सिद्धि तथा मनोवांछित फल की प्राप्ति की जा सकती है। शुभ मुहूर्त में गणाधिपति की मूर्ति स्थापित करने के बाद भगवान का पंचामृत अभिषेक कर षोड्शोपचार पूजन करेंगे। पश्चात गुलाब तथा गुड़हल के पुष्प अर्पित करें। भगवान को दुर्वा तथा विशेष कार्य में सफलता के लिए शमी के पत्ते अर्पण करना चाहिए। नैवेद्य में मोदक अथवा लड्डू, पंचमेवा, पांच प्रकार के फल, नारियल तथा पंचामृत सर्वश्रेष्ठ माने गए हैं।