Good News:1 मई से भारत आएगी SputnikV की पहली खेप, भारत में घटे कोरोना के नए केस

कोरोना महामारी के खिलाफ दुनिया की सबसे बड़ी लड़ाई भारत में लड़ी जा रही है। महामारी की दूसरी लहर में एक साथ भारी संख्या में केस आने के बाद देश की स्वास्थ्य सेवाएं गड़बड़ा गई। बहरहाल, लगता है कि कोरोना का खात्मा शुरू हो गया है। ताजा आंकड़े तो यह इसी और संकेत कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक, देश में 24 घंटों के दौरान कोरोना संक्रमण के 3,23,144 नए मामले सामने आए हैं। यानी एक दिन पहले की तुलना में 30 हजार केस कम आए हैं। पिछले कुछ दिनों से लगातार बढ़ रहे मामलों में कई दिन बाद पहली बार कमी देखी गई। इसे एक सकारात्मक संकेत समझा जा रहा है। इन नए मामलों के साथ अब तक कुल मामले 1,76,36,307 हो गए हैं। सक्रिय मामले बढ़कर 28,82,204 हो गए हैं। इस दौरान संक्रमण से 2771 और लोगों की मौत हो गई। अब तक 1,97,894 लोग इस बीमारी से अपने प्राण गंवा चुके हैं। बीते 24 घंटों में 2,51,827 लोगों को ठीक होने पर अस्पताल से छुट्टी मिल गई। कुल मिलाकर 1,45,56,209 लोग इस बीमारी से निजात पा चुके हैं। इस बीच, वैक्सीन के मोर्चे पर बड़ी खबर यह है कि 1 मई को रूसी वैक्सीन स्पूतनिक वी की पहली खेप भारत पहुंच जाएगी यानी 1 मई से 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को टीकाकरण शुरू होते समय भारत में तीन वैक्सीन उपब्ध होंगीा।

मुंबई में फिर दिखने लगी है उम्मीद की किरण

इस बीच, मायानगरी मुंंबई से भी उत्साह बढ़ाने वाली खबर आई है। महाराष्ट्र में कोरोना के सक्रिय मामले भले ही सात लाख से ऊपर पहुंच गए हों, लेकिन मुंबई में उम्मीद की किरण एक बार फिर नजर आने लगी है। पिछले कुछ दिनों से जहां नए मरीजों की संख्या में कमी देखी जा रही है वहीं ठीक होने वाले मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। कोरोना की दूसरी लहर 10 फरवरी से शुरू होने के बाद पिछले ढाई महीनों में मुंबई में 3,09,000 संक्रमण के मामले आ चुके हैं। इस दौरान1,319 लोगों की मौत हो चुकी है। मार्च महीने के आखिर तक पहुंचते-पहुंचते मुंबई में प्रतिदिन कोरोना रोगियों की संख्या 10 हजार से ऊपर पहुंच गई थी।

कोरोना को मात देने की ओर बढ़ रहा उत्तरप्रदेश

इससे पहले उत्तर प्रदेश से रविवार को मिली जानकारी के मुताबिक, प्रदेश में कोरोना के 35614 नए केस सामने आए हैं। यह आंकड़ा एक दिन पहले आए मरीजों से करीब 2500 कम है। सरकार का दावा है कि इस दौरान 25,633 मरीज ठीक हुए हैं। यानी प्रदेश में कोरोना को मात देने वालों का आंकड़ा भी बढ़ा है।

 

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