Goutam Adwani: लिस्टिंग के बाद से अडानी विल्मर के स्टॉक ने निवेशकों को जबरदस्त रिटर्न दिया है। हालांकि, बुधवार के कारोबार में इस स्टॉक का भाव लुढ़ककर 708.90 रुपये रहा, जो एक दिन पहले के मुकाबले 1.69% का नुकसान है।
अडानी विल्मर आक्रामक अधिग्रहण
गौतम अडानी समूह की कंपनी अडानी विल्मर आक्रामक अधिग्रहण नीति पर काम कर रही है। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक अडानी विल्मर, देश के अलावा और विदेशी कंपनियों के अधिग्रहण की तलाश में है। यह खबर ऐसे समय में आई है जब मुकेश अंबानी की रिलायंस रिटेल ने फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स बिजनेस लॉन्च करने की योजना बनाई है।
क्या है कंपनी की योजना:
अडानी विल्मर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और प्रबंध निदेशक अंगशु मलिक ने एक इंटरव्यू में कहा, “हम अपने उपभोक्ता वस्तुओं की पेशकश और पहुंच को बढ़ावा देने के लिए मुख्य खाद्य पदार्थों और वितरण कंपनियों के अधिग्रहण पर विचार कर रहे हैं।” ऐसा माना जा रहा है कि मार्च तक अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी होगी। अंगशु मलिक ने कहा कि कंपनी ने खरीद के लिए 62.9 मिलियन डॉलर निर्धारित किए हैं।
स्टॉक का परफॉर्मेंस: आपको बता दें कि अडानी समूह की यह कंपनी इसी साल फरवरी माह में शेयर बाजार में लिस्टेड हुई थी। लिस्टिंग के बाद से इस स्टॉक ने निवेशकों को जबरदस्त रिटर्न दिया है। हालांकि, बुधवार के कारोबार में इस स्टॉक का भाव लुढ़ककर 708.90 रुपये रहा, जो एक दिन पहले के मुकाबले 1.69% का नुकसान है।
कोहिनूर का अधिग्रहण: हाल ही में अडानी विल्मर ने अमेरिकी दिग्गज मैककॉर्मिक से पैकेज्ड फूड ब्रांड कोहिनूर को खरीद लिया है। इस डील में प्रीमियम बासमती चावल ब्रांड के अलावा, चारमीनार और ट्रॉफी जैसे इसके अम्ब्रेला ब्रांड भी शामिल हैं जिनकी वैल्यु करीबन 115 करोड़ रुपये की है।