सत्रह साल की कोशिशों के बाद आखिरकार गुड्स एंड सर्विसेस टैक्स (GST) देशभर में लॉन्च हो गया। एक देश-एक टैक्स सिस्टम की शुरुआत संसद के स्पेशल सेशन से की गई जो शुक्रवार आधी रात को बुलाया गया। प्रणब मुखर्जी ने इसका एलान किया। लॉन्चिंग इवेंट में कांग्रेस के बायकॉट के चलते पूर्व पीएम मनमोहन सिंह नहीं पहुंचे। लेकिन मोदी ने इस टैक्स रिफॉर्म का क्रेडिट सभी को दिया। उन्होंने कहा, ”GST किसी एक दल की उपलब्धि नहीं है। यह सांझी विरासत है। …ये भी संयोग है कि गीता के 18 अध्याय थे और जीएसटी के लिए भी उसकी काउंसिल की 18 बैठकें हुईं।” बता दें कि आजाद भारत के इतिहास में यह चौथा मौका रहा जब सेंट्रल हॉल में मिडनाइट सेशन बुलाया गया। इससे पहले भी तीनों मौकों पर आधी रात को संसद बुलाई गई थी, लेकिन वह आजादी के जश्न के लिए थी। 70 साल में ऐसा पहली बार हुआ, जब किसी टैक्स रिफॉर्म के लिए आधी रात को संसद सत्र चला।