Guru Vakri 2022: गुरु के वक्री होने से त्रिकोण राजयोग बनेगा, इससे तीन राशि वालों को फायदा होगा ऐसा ग्रह के जानकार ज्योतिष का कहना है।
ग्रहों के गोचर या वक्री होने का असर सभी राशियों पर पड़ता है। पंचांग के अनुसार गुरु ग्रह जुलाई महीने में मीन राशि में वक्री हुए हैं। वे मीन राशि में 24 नवंबर तक वक्री अवस्था में ही रहेंगे। गुरु के वक्री होने के कारण तीन राशियां ऐसी हैं जिनमें केंद्र त्रिकोण राजयोग बन रहा है। जिसके कारण इन राशि के जातकों के व्यापार और नौकरी में वृद्धि होगी। केंद्र त्रिकोण राजयोग काफी भाग्यशाली योग माना जाता है। ये आपके भविष्य और वर्तमान पर गहरा असर डालता है।
वृषभ राशि – गुरु के मीन राशि में वक्री होने के कारण ये वृषभ राशि के जातकों के लिए काफी लाभकारी साबित हो सकते हैं। गुरु वृषभ राशि के जातकों की गोचर कुंडली से 11वें भाव में वक्री हुए हैं। यह भाव आय और लाभ का होता है। इसलिए केंद्र में त्रिकोण राजयोग के निर्माण और मीन के गुरु में वक्री होने से आपकी आय में काफी वृद्धि होने के योग बन रहे हैं। इसके साथ ही कई अन्य स्रोतों से भी धन लाभ की संभावना है। जो लोग व्यापार करते हैं उन्हें कारोबार में अच्छा धन लाभ होगा। कोई नई व्यावसायिक डील हो सकती है जो कि आपके मुनाफे को बढ़ा देगी। यह समय प्रॉपर्टी या वाहन खरीदने के लिए बहुत अच्छा है। रोगों से मुक्ति मिलेगी। कोर्ट कचहरी के मामलों में विजय प्राप्त होगी।
कर्क राशि – गुरु कर्क राशि के 9वें भाव में वक्री हुए हैं। यह भाव भाग्य और विदेश यात्रा का माना जाता है। इस समय अवधि में आपका भाग्य आपका पूरा साथ देगा। काफी दिनों से अटके हुए काम पूरे होंगे। व्यापार से जुड़ी कोई छोटी या बड़ी यात्रा पर जा सकते हैं। विदेश में व्यापार करने वालों को अच्छा लाभ मिलेगा। कोर्ट कचहरी के मामलों में भी सफलता मिल सकती है।
मिथुन राशि – मिथुन राशि के जातकों को गुरु के वक्री होने से व्यापार और करियर में आशातीत सफलता मिलने के योग हैं। नई नौकरी के प्रस्ताव मिल सकते हैं। नौकरी में तरक्की के अवसर प्राप्त होंगे। व्यापार में अच्छा धन लाभ होने की संभावना है।
( यह जानकारी/सामग्री/गणना सूचना के विभिन्न माध्यमों से संकलित है )