Gyanvapi ज्ञानवापी मामले में पहले भी अपनी जान को खतरा बता चुके सिविल जज रवि दिवाकर को धमकी भरी चिट्ठी भेजी गई है. उस चिट्ठी में उन्हें बुतपरस्त काफिर बताकर धमकी दी जा रही है. चिट्ठी मिलने के बाद मुख्य सचिव गृह से आरोपी व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई की मांग हो रही है.
अब रवि दिवाकर को ये चिट्ठी मिलना इसलिए मायने रखता है क्योंकि वे ज्ञानवापी मामले में सुनवाई कर रहे हैं. ज्ञानवापी में सर्वे वाला फैसला भी उन्होंने ही सुनाया था. ऐसे में उनका नाम लगातार चर्चा में बना हुआ है. उस समय भी सर्वे का फैसला सुनाते वक्त सिविल जज ने अपनी जान को खतरा बताया था. उस समय उन्होंने कहा था कि साधारण केस में भी डर का माहौल बनाया गया. डर इतना कि मेरे परिवार को मेरी और मुझे अपने परिवार की सुरक्षा की चिंता बनी रहती है.
अभी के लिए इस मामले में शिवलिंग वाले एरिया को सील कर रखा गया है. कई मौकों पर हिंदू पक्ष द्वारा वहां पर पूजा करने की अनुमति मांगी गई है, लेकिन कोर्ट ने वो इजाजत नहीं दी है. हाल ही में स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद भी ज्ञानवापी जाने की तैयारी कर रहे थे. लेकिन कानून व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने उन्हें वहां जाने की मंजूरी नहीं दी. उस समय अविमुक्तेश्वरानंद 71 लोगों के साथ श्रीविद्यामठ से निकलने की कोशिश में थे.