Health Insurance: अब लोग हेल्थ इंश्योरेंस के महत्व को समझ रहे हैं. एक्सपर्ट्स का कहना है कि लोगों ने अब अस्पताल में आने वाले खर्चों को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य बीमा कवर लेना शुरू कर दिया है.
मार्केट में कई तरह के हेल्थ इंश्योरेंस प्लान मौजूद हैं ऐसे में लोगों को कोई भी प्लान लेने में सावधानी बरतनी चाहिए और अपने लिए सही स्वास्थ्य बीमा कवर का चुनाव करना चाहिए. इससे अस्पतालों के खर्च की चिंता काफी हद तक कम हो जाती है. यहां हम आपको बता रहे हैं आज के समय में हेल्थ इंश्योरेंस लेना क्यों जरूरी है.
अपर्याप्त बचत
जब पैसे बचाने की बात आती है, तो भारतीयों में आमतौर पर इसकी आदत होती ही है. लेकिन सवाल यह है कि क्या हम मेडिकल इमरजेंसी जैसी स्थितियों के हिसाब से पर्याप्त बचत करते हैं? ज्यादातर लोग भविष्य में बेहतर रिटर्न के लिए बचत को निवेश करते हैं. कई ऐसी गंभीर बीमारियां हैं, जिनमें लाखों का खर्च आता है. इनसे निपटने के लिए मार्केट में कई बीमा पॉलिसियां हैं.
मेडिकल इंश्योरेंस
जिस पैमाने पर चिकित्सा खर्च बढ़ रहा है, उससे स्वास्थ्य बीमा खरीदना अनिवार्य हो गया है. महंगाई के कारण प्रति व्यक्ति चिकित्सा लागत में बढ़ोतरी हुई है. इसे मेडिकल ट्रेंड रेट के रूप में भी जाना जाता है, जो कि अब तक के उच्चतम स्तर पर है. पूर्वानुमानित मेडिकल ट्रेंड रेट 10% होगी, जबकि इन्फ्लेशन 5% पर रहेगी. इस तरह, ट्रेंड रेट, इन्फ्लेशन रेट से दोगुनी बढ़ रही है.
हिडन हॉस्पिटल कॉस्ट
अस्पताल में आपका इलाज केवल आपके अस्पताल में भर्ती होने के दौरान होने वाले खर्च तक ही सीमित नहीं है. प्री-मेडिकल चेकअप, डॉक्टर की फीस और दवाओं जैसी कई लागतें अक्सर आपके हॉस्पिटलाइजेशन चार्ज से अधिक खर्च होती हैं. इसके अलावा, डायग्नोस्टिक टेस्ट और पोस्ट सर्जिकल/ऑपरेटिव केयर में हफ्तों/महीनों तक आपकी देखभाल करने के लिए एक अटेंडेंट की आवश्यकता हो सकती है. इन सभी खर्चों के हिसाब से आपका कुल खर्च काफी बढ़ जाता है. हेल्थ इंश्योरेंस प्लान कई तरह की बीमारियों को कवर करता है. ऐसी पॉलिसियां हैं जो आपके अस्पताल में भर्ती होने से जुड़े कई पहलुओं को ध्यान रखती हैं जैसे अस्पताल में भर्ती होने से पहले / बाद के शुल्क, दवाएं, मेडिकल चेकअप, और बहुत कुछ.