Hindu Nav Varsh 2022: इस साल हिंदू नववर्ष की शुरूआत शनिवार से हो रही है। इसलिए राजा शनिदेव रहेंगे। वह मंत्री देवगुरु बृहस्पति रहेंगे। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, शनि राजा और गुरु देव के मंत्री होने से देश में उत्पात और अव्यवस्था बढ़ेगी। हालांकि विद्वानों की सलाह से ये कम होती जाएगी। इस दौरान धार्मिक कार्यों में वृद्धि होगी। शिक्षा का स्तर बढ़ेगा। हिंदू नववर्ष का आरंभ इस बार रेवती नक्षत्र और तीन राजयोगों में हो रहा है। यह एक बेहद शुभ है।
ज्योतिषाचार्य के अनुसार, इस वर्ष नए नववर्ष की शुरुआत में मंगल मकर राशि में रहेगा। वहीं राहु-केतु भी वृषभ और वृश्चिक राशि में रहेंगे। शनिदेव मकर में रहेगा। हिंदू नवर्ष की कुंडली में शनि और मंगल की युति होने से शुभ योग बन रहा है। जिसका फायदा मिथुन, तुला और धनु राशि के जातकों को होगा। हिंदू नववर्ष पर ग्रहों का ऐसा संयोग 1563 वर्षों बाद बन रहा है। इसके पहले ऐसा योग 22 मार्च 459 को बना था।
ग्रहों का मंत्रिमंडल और प्रभाव
हिंदू नव संवत्सर में राजा और मंत्री सहित पांच विभाग पाप ग्रहों के पास और पांच शुभ ग्रहों के पास रहेंगे। इस साल शनिदेव राजा रहेंगे। मंत्री पद देवगुरु बृहस्पति के पास रहेगा। सस्येश का पद सूर्य, दुर्गेश का पद बुध, धनेश का पद शनि, रसेश का पद मंगल, धान्येश का पद शुक्र, नीरसेश का पद शनि, फलेश का पद बुध और मेघेश का पद बुध ग्रह के पास रहेगा। इन योगों का शुभ फल पूरे साल दिखाई देगा। निवेश और नए कार्यों की शुरुआत करना लाभदायक रहेगा। कई जातकों को सफलता और आर्थिक स्थिति मजबूक होगी। इस साल कल्याण के लिए योजनाएं बनेंगी।