कटनी। नवपदस्थ कलेक्टर श्री दिलीप कुमार यादव ने गुरुवार को पदभार ग्रहण करने के तत्काल बाद अतिवृष्टि प्रभावित ढीमरखेड़ा क्षेत्र के गांवों का दौरा किया। यहां के दर्जनों गांवों में पिछले 48 घंटों से लगातार हुई झमाझम बारिश से बाढ़ जैसे हालात बन गए थे। जिसके कारण इस अंचल के 15 ग्राम पंचायतों के लगभग 40 से अधिक गांव प्रभावित हुए हैं। कलेक्टर ने अतिवर्षा से प्रभावित गांवों के लोगों के चाय- नाश्ता, भोजन और ठहरने के लिए अभी यहां लगे राहत शिविरों के बारे में जानकारी ली। इस मौके पर जिला पंचायत सीईओ श्री शिशिर गेमावत भी मौजूद रहे।
राहत शिविरों का निरीक्षण
कलेक्टर श्री यादव ने यहां उमरियापान के चौरसिया मंगल भवन और सरस्वती शिशु मंदिर भवन सहित शासकीय महाविद्यालय ढीमरखेड़ा में लगे राहत शिविरों में पहुंच कर लोगों से चर्चा की। उन्होंने लोगों से कहा कि चिंता न करें, जल्दी ही गांवों का सर्वे कराकर नियमानुसार और प्रावधानों के तहत क्षति पूर्ति प्रदान की जायेगी। आपदा और संकट की इस घड़ी में सरकार और जिला प्रशासन आप के साथ है। नवागत कलेक्टर श्री यादव ने अधिकारियों को राहत और बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिये है। राहत शिविरों मे व्यवस्थाएं सुचारू रूप से बनाए रखने पर्याप्त संख्या मे कर्मियों की तैनाती करें और हर राहत कैंप के लिए एक प्रभारी की नियुक्ति करनें के साथ ही राहत कैंप में साफ और स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता भी सुनिश्चित करानें के निर्देश कलेक्टर श्री यादव ने दिए।
प्रभावित गांवों मे भी पहुंचायें खाना
कलेक्टर श्री यादव ने पिपरिया शुक्ल, पौंडी खुर्द, सिमरिया गांव की गलियों मे घूमकर बाढ़ से हुए नुकसान का भ्रमण कर जायजा लिया। बाढ़ से ग्रामीणों के घर में सुरक्षित रखा अनाज खराब होने की जानकारी पर कलेक्टर ने एस.डी.एम और जनपद पंचायत के सीईओ को निर्देशित किया कि वे राहत शिविर के अलावा बाढ़ प्रभावित गांवों के लोगों को भी खाने के पैकिट उपलब्ध करायें।
पंचायत सचिव निलंबित
कलेक्टर श्री यादव को से पिपरिया शुक्ल गांव में ग्रामीणों द्वारा पंचायत सचिव के गांव नहीं आने की जानकारी दिये जाने पर कलेक्टर ने पंचायत सचिव को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने का आदेश देते हुए ग्राम रोजगार सहायक अजय कोरी को सचिव का भी दायित्व निभाने और गांव की व्यवस्थाओं में सहभागी बनने की हिदायत दी। इस कार्य में कलेक्टर ने पटवारी महेन्द्र धूल को भी सक्रियता से प्रभावितों के सर्वे और मदद कार्य में सहभागिता निभानें के निर्देश दिए।
सर्वे हेतु पटवारियों का दल बनाएं
कलेक्टर ने कहा कि बाढ़ प्रभावित गांव के क्षतिग्रस्त और गिरे मकानों का सर्वेे कार्य कराने के लिए चार -पांच पटवारियों का दल बनाकर प्रभावित सभी 15 ग्राम पंचायतों के लिए अलग- अलग सर्वे टीम बनाने के निर्देश दिए।
मेडिकल टीम
कलेक्टर ने राहत शिविरों में एम्बुलेंस और चिकित्सकों सहित स्वास्थ्य कर्मियों की तैनाती के निर्देश दिए। ताकि आपात स्थिति में यदि किसी की तबीयत खराब हो तो उन्हे चिकित्सकीय सुविधा मुहैया कराई जा सके। उन्होनें राहत शिविरों मे बायोटायलेट के इंतजाम करनें के भी निर्देश दिए। कलेक्टर श्री यादव ने गांव के जलस्त्रोंतों के क्लोरोनाईजेशन और जल ठहराव वाले स्थलों में ब्लीचिंग पाउडर के छिड़काव के निर्देश स्वास्थ्य विभाग को दिए। इसके अलावा प्रभावित गांव मे पशुओं के नुकसान और पशुओं की संभावित बीमारी की रोकथाम पर कार्यवाही सुनिश्चित करने और पशु चिकित्सा विभाग के दल के तैनाती के निर्देश भी कलेक्टर ने दिये।
जे.सी.बी मशीन की व्यवस्था
कलेक्टर श्री यादव ने गांव में गिरे पेड़ और बारिश से गांव की सडकों में जमा शिल्ट को हटानें के लिए जे.सी.बी मशीनों की व्यवस्था का दायित्व जनपद पंचायत के सीईओ को सौंपा और कहा कि उपयंत्रियों और पंचायत समन्वय अधिकारी की सभी कैंपों में तैनाती की जाये।
विद्युत व्यवस्था करें सुव्यवस्थित
कलेक्टर ने उर्जा विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे बाढ़ प्रभावित ग्रामों में अस्त – व्यस्त हुई बिजली आपूर्ति व्यवस्था और बिजली के खंभों के गिरनें की वजह से जमीन में लटके तारों को व्यवस्थित कर सुगम विद्युत आपूर्ति व्यवस्था बहाल करनें की दिशा में प्रभावी पहल करें।
जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक
कलेक्टर श्री यादव ने जनपद पंचायत ढीमरखेड़ा में जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर बाढ़ प्रभावित गांव मे जनजीवन सामान्य करनें, भोजन और नाश्ता पहुंचानें आदि की व्यवस्था के संबंध मे जनप्रतिनिधियों से प्राप्त सुझाव पर अमल करनें अधिकारियों को निर्देशित किया। जनप्रतिनिधियों ने प्रभावित ग्रामों में व्यवस्थाओं के लिए वालेन्टियर्स उपलब्ध करानें की बात कही। बैठक में भाजपा जिलाध्यक्ष दीपक टंडन सोनी, सांसद प्रतिनिधि शहडोल पद्मेश गौतम सहित पारस पटेल समाज सेवी, प्रशांत राय, राजा चौरसिया, गोविंद सिंह, राजेश व्यवहार, जितेन्द्र अरोरा और एस.डी.एम विंकी सिंहमारे उईके, जनपद पंचायत सीईओ यजुवेन्द्र कोरी, सीएमएचओ डॉ आठ्या, उपसंचालक पशु चिकित्सा सेवाएं डॉ आर.के.सिंह, एसडीओेपी अखिलेश गौर सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।