Indian Army Uniform: मार्केट में बिकने लगी सैनिकों के लिए बनने वाली वर्दी, कपड़ा व्‍यापारी हो जाएं सावधान

Indian Army Uniform आइये जानते हैं क्‍या हैं Indian Army Uniform यूनिफार्म संबंधित नियम

Indian Army Uniform मार्केट में बिकने लगी सैनिकों के लिए बनने वाली वर्दी, कपड़ा व्‍यापारी हो जाएं सावधान वरना जेल की सलाखों के पीछे जाना पड सकता है। हाल ही में बाजार में कपउें की दुकान पर आरमी फेक यूनिफार्म बिकने का मामला समने आया है, इस विषय पर पूरी जानकारी लेने   news24you.com  ने बाजार का सर्वे किया , आइये जानते हैं क्‍या हैं Indian Army Uniform    यूनिफार्म संबंधित नियम

यूनिफार्म संबंधित नियम पेटेंट होने से पहले बाजारों में पहुंची सैनिकों के लिए बनने वाली नकली काम्बैट यूनिफार्म

सैनिकों के लिए खास तरह के कपड़े से बनाई जाने वाली काम्बैट यूनिफार्म की मिलती-जुलती यूनिफार्म जवानों को सप्लाई होने से पहले ही बाजार में बिकने लगी है। इस यूनिफार्म की पेटेंट प्रक्रिया होना भी शेष है।

इसके बाद सेना के अफसरों ने जिला पुलिस के साथ विभिन्न बाजारों में निरीक्षण किया। दुकानदारों को बताया गया कि इस तरह कपड़े से बनी वर्दी का विक्रय गैर कानूनी है।

जवानों के लिए आरामदायक जिस डिजिटल काम्बैट यूनिफार्म को डिजाइन किया गया था। उस काम्बैट यूनिफार्म के ट्रेडमार्क को रजिस्टर्ड और पैटर्न को पेटेंट कराने की सेना की प्रक्रिया के बीच देश के सैन्य स्टेशनों के बाजारों में हुबहू इसकी नकल वाली यूनिफार्म पहुंच गई है। इसकी खबर लगते ही रक्षा मंत्रालय ने अपने जवानों को पुराने पैटर्न की ही काम्बैट यूनिफार्म खरीदने की एडवाइजरी जारी कर दी है। साथ ही मिलिट्री पुलिस इस सिंडीकेट का पता लगाने में जुट गई है।

जबलपुर और लखनऊ सहित देश के कई सैन्य स्टेशनों के आस-पास के बाजारों में मिलिट्री पुलिस ने जिला पुलिस बल के साथ विशेष अभियान चलाया। इस दौरान वर्दी का कपड़ा बेचने और उसकी सिलाई वाली दुकानों पर जांच की गई। शहर में सदर बाजार सहित फुहारा क्षेत्र की अनेक दुकानों में सेना पुलिस और जिला पुलिस ने व्यापारियों को समझाइश दी कि इस खास कपड़े की वर्दी बेचना गैर कानूनी है।

Indian Army Uniform पुलिस के साथ चलाया जागरुकता अभियान

सेना की नई काम्बैट यूनिफार्म के ट्रेडमार्क के रजिस्ट्रेशन और पैटर्न को पेटेंट कराने की प्रक्रिया चल रही है। कुछ जगहों पर इससे मिलती-जुलती यूनिफार्म को बेचे जाने की सूचना मिली है, जिसे ध्यान में रखते हुए मिलिट्री पुलिस ने सदर सहित कुछ अन्य बाजारों में जिला पुलिस के साथ जागरूकता अभियान चलाया। सेना की यूनिफार्म बेचने वालों को बताया गया कि वो ऐसा नहीं करें। यह गैर कानूनी है।-ले.कर्नल एमएस धारीवाल, पीआरओ-एमबी एरिया

 

 

Exit mobile version