भारतीय रक्षा बलों(Indian Defence Forces) का एक और शानदार काम सामने आया है। भारतीय सेना का प्रभावशाली इंजीनियरिंग कौशल(Indian Army’s impressive engineering skills) रविवार को एक वीडियो के जरिये सामने आया है। इसमें सैनिक लद्दाख के दुर्गम क्षेत्र में सिंधु नदी पर एक पुल( A bridge over Indus river in Ladakh) का निर्माण करते हुए दिखाई दे रहे हैं। इस वीडियो का टाइटल है-‘ब्रिजिंग चैलेंज-नो टेरेन और न ही एल्टीट्यूड इंसुरमटेबल।’ यानी ब्रिज बनाने का चैलेंज-न धरती न ऊंचाई दुर्गम।
'Bridging Challenges – No Terrain nor Altitude Insurmoutable’#SaptaShaktiEngineers in #EasternLadakh carrying out mobility tasks and training. Bridging the mighty #Indus River, enabling movement of both combat and logistic echelons.#SarvadaAgraniBde#IndianArmy@adgpi pic.twitter.com/7JxiNmhVlm
— SouthWesternCommand_IA (@SWComd_IA) September 11, 2022
जानिए पूरी कहानी
इस वीडियो को भारतीय सेना के दक्षिण-पश्चिमी कमान(South Western Command of the Indian Army) ने अपने आफिसियल twitter पर शेयर किया है। यह एक्सरसाइज पूर्वी लद्दाख में सप्त शक्ति इंजीनियर्स(Sapta Shakti Engineers) ने की। इसमें लिखा गया कि पूर्वी लद्दाख में सप्तशक्ति इंजीनियर मोबिलिटी टॉस्क् और ट्रेनिंग को पूरा करते हैं। इसका उद्देश्य शक्तिशाली Indus नदी को पाटना, युद्ध और रसद दोनों क्षेत्रों की आवाजाही को सक्षम करना है। वीडियो में हैवी मेटल पार्ट्स को वाटरबॉडी की मैकेनिकल लॉन्चिंग होते दिखाई दी है। वीडियो के आखिर में पुल को पूरा होते दिखाया गया है। एक टीम वर्क के साथ सेना के जवानों को यह एक्सरसाइज पूरा करते देखा जा सकता है। पुल पूरा होने के बाद भारी ट्रक इलाके को पार कर जाते हैं। इससे पहले रविवार को भारतीय सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे( Indian Army chief General Manoj Pande) लद्दाख सेक्टर के दो दिवसीय दौरे पर थे। उन्होंने भारतीय वायु सेना के अपाचे अटैक हेलीकॉप्टर से उड़ान भरी थी। भारतीय वायुसेना के अधिकारियों(IAF officials) ने बताया कि लद्दाख हवाई अड्डे से यह उड़ान भरने की रिक्वेस्ट मिली थी। इसके बाद सेना प्रमुख ने हेलिकॉप्टर से क्षेत्र के ऊपर से उड़ान भरी।
चीन से निपटने तैनात किया गया है अपाचे
पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा(Line of Actual Control ) पर चीन के साथ सैन्य गतिरोध(military standoff) की शुरुआत के बाद से अपाचे को लद्दाख सेक्टर में तैनात किया गया है।