Indian Railway में सफर के दौरान आपने लोगों को अक्सर सीट को लेकर जूझते देखा होगा. कभी महिला तो कभी बुजुर्ग, लोअर सीट नहीं मिलने से परेशान होते हैं. ऐसे में आज आपको बताने जा रहे हैं कि भारतीय रेलवे के उन नियमों के बारे में जिनका पालन करते हुए लोअर बर्थ अलॉट की जाती है. ऐसे में अगर आप टिकट बुक करते समय थोड़ी सावधानी बरतेंगे तो हो सकता है कि आपको लोअर बर्थ मिल जाए.
भारतीय रेलवे के नियमों के अनुसार लोअर बर्थ की पहली प्राथमिकता बुजु्र्ग ही होते हैं, इसके बावजूद कई बार हम ट्रेन में लोगों को परेशान होते देखते हैं. क्योंकि टिकट कराते समय हम मामूली सी चूक कर जाते हैं.
पिछले दिनों IRCTC के एक यूजर ने रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव को टैग करते हुए अपनी नाराजगी जाहिर की. उसने बताया कि मैं सीनियर सीटिजन्स के लिए चार टिकटें बुक कराई थी, इसके बावजूद मुझे एक भी लोअर बर्थ नहीं मिली, दो सीटें मिडिल, एक अपर और एक साइड लोअर मिली. इसके जवाब में IRCTC ने उन नियमों के बारे में बताया जिसके आधार पर लोअर सीट्स अलॉट की जाती हैं.
IRCTC ने बताया कि सिर्फ उन ही यात्रियों को लोअर और मीडिल बर्थ दी जाती है जिनकी उम्र 60 वर्ष से ऊपर की हो.
अगर कोई महिला अकेले यात्रा कर रही है और उसकी उम्र 45 साल से ज्यादा है तो उसे भी लोअर और मिडिल बर्थ की प्रॉयरटी दी जाएगी.
अगर दो लोग एक साथ सफर कर रहे हैं और दोनों ही बुजुर्ग हैं तो रेलवे लोअर बर्थ की प्राथमिकता पर विचार करता है लेकिन यदि सिर्फ एक बुजुर्ग है तो IRCTC पर इस पर विचार नहीं करता है.
रोचक बात ये है कि अगर 2 से ज्यादा सीनियर सिटिजन हों, तो भी IRCTC किसी प्राथमिकता पर विचार नहीं करता है.
टिकट बुक कराने के दौरान भी IRCTC बर्थ प्रिफरेंस पूछता है, यदि ज्यादा सीटें खाली हों तो आपकी पसंदीदा सीट दे दी जाती है.