indian railway ने कहा कि IRCTC रिफंड प्रोसेस पूरी तरह ऑटोमेटिक है। कुछ लोग पैसा वापसी के नाम पर ठगी कर रहे हैं जिनसे सावधान रहें।
दरअसल ऑनलाइन ठगी करने वाले रेलवे यात्रियों को शिकार बना रहे हैं. रिफंड के नाम पर फर्जी लिंक भेजकर लोगों के साथ फाइनेंशियल फ्रॉड किया जा रहा है. रेलवे ने ट्विटर पर इस तरह का मामला सामने के बाद ट्वीट कर लोगों को सतर्क किया है.
रिफंड को लेकर ट्वीट किया
हुआ यूं कि एक रेल यात्री ने ट्विटर पर रेलवे को टिकट रिफंड को लेकर ट्वीट किया. पैसा न मिलने कि उसने शिकायत की. उसके ट्वीट के बाद रेलवे ने रिप्लाई में कहा कि आप अपना पीएनआर नंबर और मोबाइल नंबर डायरेक्ट मैसेज से हमें शेयर करिए.
ग्राहक ने अपना डिटेल मैसेज से रेलवे को शेयर कर दिया. उसके बाद रेलवे ने रिप्लाई दिया कि आपकी शिकायत दर्ज कर ली गई है. नीचे दिए लिंक पर जाकर अपनी कम्प्लेन ट्रैक कर सकते हैं. कम्प्लेन नंबर आपके मोबाइल नंबर पर एसएमएस द्वारा भेज दी गई है.
वो मेरा यूपीआई पीन पूछ रहा था.
इसके बाद ग्राहक ने ट्वीट किया और एक नंबर शेयर करते हुए कहा कि हमें इस नंबर (+919348250526) से फ्रॉड का फोन आया है और वो मेरा यूपीआई पीन पूछ रहा था.
फ्रॉड कॉल से सावधान
इसके के जवाब में रेल सेवा ने कहा कि सभी यूजर से निवेदन है कि इस तरह के फ्रॉड कॉल से सावधान रहें. किसी भी संदिग्ध लिंक या फोन कॉल का जवाब न दें. आपके साथ पैसे की ठगी हो सकती है. कई सारे ट्विटर फॉलोवर्स को ठग निशाना बना रहे हैं. रेलवे से कम्प्लेन करने वाले यूजर को निशाना बनाया जा रहा है.
ऐसे लोग अलग-अलग नंबर से कॉल करके कुछ लिंक भेजते हैं और ठगी कर रहे हैं. पैसे का रिफंड प्रोसेस पूरा तरह ऑटोमेटिक है. आईआरसीटीसी रिफंड में किसी भी मनुष्य की कोई भूमिका नहीं है. मतलब ये सब सिस्टम के द्वारा ऑटोमेटिक होता है. कृपया ऐसे लिंक या कॉल का जवाब न दें.