Indian Railway IRCTC जल्द ही रेल टिकट आरक्षण केंद्र निजी हाथों को सौंपे जा सकते हैं। टिकट बिक्री में आई कमी के बाद यह निर्णय लिया जिस है।
जबलपुर रेल मंडल के सभी प्रमुख स्टेशनों पर आरक्षण केंद्र है। इनमें रेलवे के कर्मचारियों को तैनात किया गया है। जबलपुर मुख्य रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म एक के बाहर बने आरक्षण केंद्र में आठ कांउटर हैं। इनमें से अक्सर चार काउंटर ही संचालित होते हैं। यही हाल गाडरवारा, मदनमहल, नरसिंहपुर, पिपरिया, कटनी, सिहोरा, दमोह, सागर, सतना, रीवा के आरक्षण केंद्र का भी यही हाल है। रेलवे ने यहां पर समीक्षा करने के बाद यह देखा कि यहां पर आरक्षण के लिए आने वाले लोगों की संख्या में कमी हो रही है।
रेलवे द्वारा यात्रियों को दी जाने वाली सुविधाओं की समीक्षा शुरू कर दी है। इसमें स्टेशन से लेकर काउंटर तक मिलने वाली सुविधाओं को शामिल किया गया है। इधर, समीक्षा में रेलवे ने आरक्षण केंद्र से ट्रेन के लिए होने वाले आरक्षण को भी शामिल किया है। कोरोना काल के बाद ट्रेन में आरक्षण कराने वालों में आनलाइन आरक्षण कराने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है। लगातार काउंटर पर आने वाले यात्रियों की कम होती संख्या को भी रेलवे ने समीक्षा में शामिल किया है।
पश्चिम मध्य रेलवे के जबलपुर समेत भोपाल और कोटा मंडल के आरक्षण केंद्र में 12 घंटे के दौरान आने वाले लोगों की संख्या पर निगरानी रख रहा है। कोटा मंडल ने अपनी सीमा में आने वाले कई आरक्षण केंद्र का संचालन निजी हाथों में देनी की तैयारी शुरू कर दी है।