indian railways WCR में 31 स्टेशनों पर इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग का कमीशन किया, ये होगा फायदा

indian railways WCR में 31 स्टेशनों पर इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग का कमीशन किया, ये होगा फायदा

indian railways के WCR रेल में आधुनिक सिगनल और दूरसंचार प्रणाली अपनाई जा रही है जिससे ट्रेन परिचालन में सुरक्षा बढ़ती है। भारतीय रेल में उपयोग में आने वाले उपकरणों का अपग्रेडेशन एंड रिप्लेसमेंट एक सतत प्रक्रिया है और इस प्रक्रिया को इसकी स्थिति, परिचालन आवश्यकताओं और संसाधनों की उपलब्धता के आधार पर किया जाता है।

गौरतलब है कि पश्चिम मध्य रेल में सिग्नलिंग सिस्टम में तीव्र गति से अपग्रेडेशन किया जा रहा है जिसमें नये प्रकार की इंटरलॉकिंग प्रणाली को अलग-अलग रेलखण्डों पर लगाया जा रहा तथा पुरानी इंटरलॉकिंग प्रणाली को भी बदला जा रहा है। ट्रेन संचालन में डिजिटलीकरण एवं आधुनिकीकरण और सुरक्षा बढ़ाने के लिए इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग को बड़े पैमाने पर अपनाए जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि पमरे के तीनों मण्डलों पर वर्ष 2021-22 में  कुल 31 स्टेशनों पर नए इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग कमीशन कर पूर्ण किया गया। गत वर्ष कुल 14 स्टेशनों पर इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग की तुलना में 106 प्रतिशत वृद्धि कर कमीशन की गई। जिसमें तीनों मण्डलों के अंतर्गत अंता, बिजोरा, कटंगी खुर्द, हिनोतिया पीपलखेड़ा, ओर, नारायणपुर टटवारा, इटारसी, गंगापुरसिटी, भूलोंन, मझौली, देवराग्राम, कैमा,  निमोदा,  सेमरखेड़ी, कंजिया, मलारना, पिपरियाकलां,  चौराखेड़ी, सलहना,  खन्नाबंजारी, मोतीपुरा चौकी,  धरनौदा,  नाथूखेड़ी, सागर, पिपरईगांव, सुंडलक, महिदपुर रोड, बांसापहाड़, मदनमहल, रेहतवास एवं बारां स्टेशनों पर इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग कमीशन किया गया है। इस रेलखण्ड पर साथ ही संरक्षित परिचालन के लिए दोहरीकरण रेल लाइन में ब्लॉक इंस्ट्रूमेंट भी स्थापित किये गए हैं।

जिससे वहां परिचालन क्षमता एवं परिचालन आवागमन और नये सिगनल रूट्स प्रदान किये गए हैं। जिससे रेल संचालन में बढ़ोत्तरी के साथ ही आय में भी वृद्धि हुई है। इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग से रेल संचालन में सरंक्षा, सुरक्षा तथा परिचालन की सुगमता में बढ़ोत्तरी होगी और इस

संरक्षित और सुरक्षित रेल संचालन के लिए पश्चिम मध्य रेल नई आधुनिक तकनीक का उपयोग करने में अग्रणी भूमिका निभा रहा है।

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