मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी कही जाने वाली इंदौर नगरी में शराब का कारोबार करने वाली महिला व्यापारी वैशाली शिवहरे के अकाउंट से 60 करोड़ गायब हो गए। महिला कारोबारी ने अपने अकाउंटेंट पर हेराफेरी का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया है। अकाउंटेंट को पकड़ने के लिए पुलिस पार्टी रवाना हो गई है।
60 करोड़ की गड़बड़ी
इंदौर के विजय नगर टीआई रवींद्र सिंह स्कीम-74 निवासी वैशाली आकाश शिवहरे की शिकायत पर आरोपित योगेंद्र सिंह राजपूत के खिलाफ केस दर्ज किया है। वैशाली की रिजेंद्र बीयर एंड वाइंस के नाम से शराब कंपनी है शिकायत में बताया गया है कि आरोपित योगेंद्रसिंह पुत्र मनमोहनसिंह राजपूत कार्यालय में अकाउंट्स का काम संभालता था। वैशाली बैंक संबंधित खातों, पासवर्ड की जानकारी भी उसको रहती थी। उसने इसका फायदा उठाया और खातों से करीब 60 करोड़ रुपये ट्रांसफर कर लिए। इस गिरोह में योगेंद्र के अलावा अन्य कर्मचारी भी शामिल हो सकते है।
वैशाली द्वारा जानकारी जुटाई तो पता चला 30 करोड़ रुपये तो स्वयं के खातों में ट्रांसफर किए है। उसने डिजिटल सबूतों से भी छेड़छाड़ की है। कुछ रुपये पिता, पत्नी, भाई, बहन के खातों में ट्रांसफर हुए है। कुछ रुपये जिरोधो डीमेट अकाउंट में गए है। उसने हेराफेरी के रुपयों से प्रोपर्टी व शेयर खरीद लिए है। कारोबारी ने खातों की जानकारी से साथ-साथ ट्रांसफर का लेखाजोखा भी पेश किया है।
पुलिस कमिश्नर की जानकारी में
पुलिस धोखाधड़ी के मामलों में सीधे केस दर्ज नहीं करती है। इस मामले में भी पुलिस आयुक्त हरिनारायणाचारी मिश्र को शिकायत हुई थी। विजय नगर पुलिस ने जांच की और रिपोर्ट बना कर डीसीपी जोन-2 संपत उपाध्याय को सौंपी। डीसीपी की अनुमति के बाद गुरुवार रात योगेंद्र और उसके साथियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया।