Drugs At Home घर से चल रहा था नशे का कारोबार, ग्राहक बन पहुंचे SDM
एसडीएम ने अपनी गाड़ी कुछ दूर खड़ी की और पटवारी अंकित शुक्ला के साथ दोपहिया वाहन पर जैन के घर पहुंचे। वे ग्राहक बनकर अंदर गए और शैलेंद्र से सिगरेट, हुक्का आदि सामान मांगा। उन्होंने करीब 20 हजार का सामान पैक करवाया। फिर शैलेंद्र से पूछा भुगतान पेटीएम से कर देता हूं।
इंदौर। एक तरफ लोग कोरोना संक्रमण से जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहे हैं तो दूसरी तरफ कुछ कारोबारी जनता कर्फ्यू में भी नशे का कारोबार चला रहे हैं। शनिवार को ऐसा ही एक मामला विजय नगर क्षेत्र में सामने आया। वहां का निवासी शैलेंद्र जैन अपने घर से ही अवैध रूप से तंबाकू, पान मसाला, विदेशी सिगरेट, हुक्का, हुक्का फ्लेवर और नशे से संबंधित अन्य चीजें बेच रहा था। शैलेंद्र की पत्नी और बेटा भी इसमें सहयोग कर रहे थे। आसपास के लोगों से शिकायत मिलने पर एसडीएम अक्षय मरकाम शनिवार शाम ग्राहक बनकर गए और इस अवैध धंधे का भंडाफोड़ किया। एसडीएम ने अपनी गाड़ी कुछ दूर खड़ी की और पटवारी अंकित शुक्ला के साथ दोपहिया वाहन पर जैन के घर पहुंचे। वे ग्राहक बनकर अंदर गए और शैलेंद्र से सिगरेट, हुक्का आदि सामान मांगा। उन्होंने करीब 20 हजार का सामान पैक करवाया। फिर शैलेंद्र से पूछा भुगतान पेटीएम से कर देता हूं।
उसने मना कर दिया और नकद भुगतान के लिए कहा। सारी हकीकत सामने आने के बाद एसडीएम ने तत्काल फोन करके विजय नगर पुलिस और नगर निगम की टीम को बुला लिया। फिर पूरे घर की तलाशी लेकर तंबाकू, सिगरेट, हुक्का, पान पसाला आदि के पैकेट और बाक्स जब्त किए। जब्त किया सामान उसके घर के ही एक कमरे में रखवाकर सील कर दिया। जनता कर्फ्यू में धारा-144 के उल्लंघन पर शैलेंद्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर गिरफ्तार कर थाने लाया गया। उसके खिलाफ जीएसटी और अन्य टैक्स की चोरी के मामले में भी कार्रवाई हो सकती है। प्रशासन यह मामला जांच के लिए जीएसटी विभाग को भी सौंपेगा।
आडी और मर्सिडीज से आते थे ग्राहक
शैलेंद्र की विजय नगर क्षेत्र में पान मसाला, तंबाकू, सिगरेट की दुकान भी है। जनता कर्फ्यू में दुकान बंद होने से उसने घर से ही कारोबार शुरू कर दिया। उसके घर दिनभर आडी, मर्सिडीज जैसी महंगी गाड़ियां आती और उनसे उतरने वाले लोग विदेशी सिगरेट, तंबाकू से बने उत्पाद, हुक्का, हुक्का फ्लेवर आदि ले जाते। वह छोटे दुकानदारों को भी घर से ही माल सप्लाई कर रहा था। जनता कर्फ्यू में बाजार बंद होने का फायदा उठाकर शैलेंद्र महंगे दाम पर माल बेच रहा था।