नई दिल्ली। कुछ शोधकर्ताओं का दावा है कि एंटीपैरासाइटिक दवा इवरमेक्टिन के नियमित उपयोग से कोरोना संक्रमण के जोखिम को काफी कम किया जा सकता है। शोध के उपलब्ध आंकड़ों की समीक्षा के अनुसार यह दवा महामारी समाप्त करने में काफी मददगार हो सकती है।
अमेरिकी जर्नल आफ थेरपटिक्स के मई-जून अंक में प्रकाशित यह शोध क्लिनिकल, टेस्ट ट्यूब, जानवरों और वास्तविक जीवन में लिए गए आंकड़ों की व्यापक समीक्षा पर आधारित है।
फ्रंट लाइन कोविड क्रिटिकल केयर अलायंस (एफएलसीसीसी) के प्रेसिडेंट और चीफ मेडिकल आफीसर पियरे कोरी ने बताया कि हमने कोरोना की रोकथाम और उपचार के लिए इवरमेक्टिन पर उपलब्ध आंकड़ों की सबसे व्यापक समीक्षा की। दरअसल कोरी के नेतृत्व में ही एक दल ने इस इस दवा पर शोध किया है। इवरमेक्टिन दवा परजीवी संक्रमण का इलाज करने के लिए ली जाती है। यह सामान्य गोलियों की तरह पानी के साथ ली जा सकती है।
इस दवा का अध्ययन का जनवरी 2021 में उपलब्ध 27 नियंत्रित परीक्षणों पर आधारित है। इनमें से 15 नियंत्रित परीक्षणों का चयन रैंडमली किया गया था। शोधकर्ताओं ने कोरोना मरीजों पर इस दवा का अध्ययन करने के दौरान उनके ठीक होने की अवधि, मृत्यृ की संभावना और संक्रमण के असर के सभी पहलुओं को गहराई से समझने की कोशिश की।
कोरोना की रोकथाम में इवरमेक्टिन की प्रभावकारिता (एफीकेसी) का मूल्यांकन करने के लिए लगभग 2,500 रोगियों पर तरह-तरह के परीक्षण कर उनसे मिले डाटा का विश्लेषण किया गया।
सभी अध्ययनों में पाया गया कि इवरमेक्टिन के नियमित सेवन से कोरोना की चपेट में आने का जोखिम काफी कम किया जा सकता है। शोधकर्ताओं के अनुसार दुनिया भर के कई क्षेत्रों में अब यह माना जा रहा है कि इवरमेक्टिन कोरोना का एक शक्तिशाली रोगनिरोधक और उपचार है।
इस नवीनतम अध्ययन के परिणामों से पता चलता है कि इवरमेक्टिन दवा के वितरण अभियान से लोगों में बीमारी की चपेट में आने और मौत का शिकार बनने की आशंका बहुत कम हो गई।
इस अध्ययन समूह में शामिल रहे ईस्ट वर्जीनिया (अमेरिका) के पलमोनरी एंड क्रिटिकल केयर मेडिसिन के प्रमुख पाल ई मैरिक ने कहा, हमारे नवीनतम शोध के निष्कर्षो की समग्रता से जांच के बाद इसमें कोई शक नहीं कि कोरोना के लिए इवरमेक्टिन एक सुरक्षित निरोधक और अत्यधिक प्रभावी उपचार है।
मैरिक ने कहा कि दुनिया भर के क्षेत्रीय जन स्वास्थ्य अधिकारियों और चिकित्सा पेशेवरों से हम मांग करते हैं कि वे इवरमेक्टिन को तुरंत अपने मानकों में शामिल करें ताकि हम इस महामारी को एक बार में हमेशा के लिए समाप्त कर सकें।