JABALPUR में एक जमीन को दो बार बेचकर जालसाजों ने कटनी KATNI के व्यापारी से 50 लाख रुपये ठगने की शिकायत जांच उपरांत भेड़ाघाट BHEDAGHAT पुलिस ने रीतेश कुमार जैन RITESH KUMAR JAIN समेत अन्य आरोपितों के खिलाफ धोखाधड़ी की FIR दर्ज की है। समदडि़या सिटी माधवनगर निवासी निर्मल असरानी NIRAMAL ASRANI 52 वर्ष ने धोखाधड़ी की शिकायत SP सिद्धार्थ बहुगुणा से की थी। उन्होंने शिकायत की जांच कर वैधानिक कार्रवाई के निर्देश दिए थे। भेड़ाघाट थाना प्रभारी शफीक खान ने बताया कि जबलपुर निवासी रीतेश कुमार जैन ने तेवर स्थित खसरा नंबर 123 की 0.780 हेक्टेयर जमीन बेचने के लिए कटनी निवासी निर्मल असरानी से संपर्क किया था। असरानी ने तेवर पहुंचकर जमीन देखी जिसके बाद वर्ष 2016 में 50 लाख रुपये में सौदा तय हुआ।
उक्त जमीन के कुल पांच भागीदार बताए गए। जिसमें रीतेश के अलावा डा. अनूप जैन, नीलेश जैन, आनंद कुमार हरदया, गोविंददास शामिल रहे। रीतेश ने असरानी को मदनमहल निवासी डा. जैन से मिलवाया। जहां डा. जैन ने तेवर स्थित जमीन की रजिस्ट्री की छायाप्रति उपलब्ध कराई। डा. जैन ने बताया कि जमीन को विक्रय करने का अधिकारी रीतेश जैन काे दिया गया है।
वर्ष 2011 में हुई थी खरीदी
डा. जैन ने असरानी को यह भी बताया कि पांचों भागीदारों ने उक्त जमीन फरवरी 2011 में प्रेमा कुमातकर जोजे से खरीदी थी। डा. जैन व रीतेश पर भरोसा कर असरानी ने 50 लाख रुपये दे दिए। रकम मिलने के बाद रीतेश ने उक्त जमीन की रजिस्ट्री असरानी के नाम पर कर दी। असरानी ने राजस्व कार्यालय में जमीन के नामांतरण के लिए आवेदन किया तो पता चला कि वह किसी और को बेची जा चुकी है। असरानी ने रीतेश जैन, डा. अनूप जैन, नीलेश जैन, आनंद कुमार हरदया, गोविंददास के खिलाफ शिकायत की।
पुलिस ने शिकायत की जांच शुरू की। जिसमें पता चला कि तीन फरवरी 2011 को उक्त जमीन जोजे से पांचों ने खरीदी थी। जिसके बाद 16 जून 2011 को पांचों ने वही जमीन वापस जोजे को बेच दी थी। भूमि का विक्रय किए जाने के बावजूद रीतेश व अन्य लोगों की मिलीभगत से पहले ही बेची जा चुकी जमीन असरानी को बेच दी। रीतेश कुमार जैन समेत अन्य आरोपितों की पुलिस तलााश कर रही है।