Jabalpur ग्वारीघाट से भेड़ाघाट जा रही थी बारात, 10 लोगों को छोड़ बाकी बाराती उल्टे पैर वापस
जहां अनुमति 10 लोगों की तब लेकिन बारात में शामिल हुए 30 लोगों को पुलिस की फटकार सुनने को मिली, इतना ही नही पुलिस ने दूल्हा और उसके पिता को छोड़कर बाकी सबको उल्टे पाँव वापस घर की तरफ मोड़ दिया।
लोग हैं कि मानते नहीं शादी ब्याह में भीड़ को लेकर पुलिस की फजीहत ज्यादा है। मप्र में कोरोना संक्रमणको देखते हुए हर जगह जिला प्रशासन ने विवाह-बारात में सीमित लोगो को ही शामिल होने के अनुमति दी है बावजूद इसके लोग है कि मनाने को तैयारी नही है, ताजा मामला जबलपुर (Jabalpur) का है जहां अनुमति 10 लोगों की तब लेकिन बारात में शामिल हुए 30 लोगों को पुलिस की फटकार सुनने को मिली, इतना ही नही पुलिस ने दूल्हा और उसके पिता को छोड़कर बाकी सबको उल्टे पाँव वापस घर की तरफ मोड़ दिया।
गवारीघाट से भेड़ाघाट जा रही थी बारात
जानकारी के मुताबिक चौधरी परिवार की बारात आकाश-गंगा होटल के पास से भेड़ाघाट जा रही थी, सड़क पर गाड़ी खड़ी हुई थी, गली से एक-एक करते हुए करीब 25 से 30 बड़े बुजुर्ग रोड पर पहुँच गए और देखते ही देखते भीड़ लगा दी, भीड़ को इस लॉकडाउन (Lockdown) के समय जिसने भी देखा वह समझ गया कि विवाह की बारात जा रही है और यह इसी की भीड़ है।
पेट्रोलिंग करती पुलिस की पड़ी भीड़ पर नजर
जबलपुर में दो दिन शनिवार-रविवार को पूर्णतः लॉकडाउन लगाया गया है इसके बाद भी भारी भीड़ देखते हुए गवारीघाट थाना प्रभारी विजय परस्ते अचनाक रुक गए और जब पता किया तो जानकारी लगी कि यहाँ से बारात जा रही है और यह सब लोग बाराती है, टीआई को यह समझने में जरा भी देरी नही लगी कि ये सभी लोग शासन के आदेश की अवहेलना करते हुए भीड़ लगाए हुए है, और फिर क्या था थाना प्रभारी विजय परस्ते ने सभी को फटकार लगाते हुए वापस घर भेज दिया।
पुलिस को देख छिपने लगे बाराती
पेट्रोलिंग कर रही गवारीघाट थाना पुलिस को जैसे ही बारातियों ने देखा तो वह लोग इधर-उघर छिपने लगे, पुलिस ने उन्हें बुलाकर जब घर से बाहर घूमने की बात पूछी तो उन्होंने बताया कि वह बाराती है और बारात में शामिल होकर जा रहे थे, जिस पर से थाना प्रभारी विजय परस्ते ने उन्हें फटकार लगाई साथ ही दूल्हे के पिता को हिदायत देते हुए कहा कि जब 10 लोगो की अनुमति है तो ज्यादा लोग क्यो ले जाए जा रहे है। वही सभी बारातियों को वापस लौटा दिया गया।