Jabalpur ATM Chori: जबलपुर। पुलिस उम्मीद जता रही है कि ताजा सुरागों के आधार पर वो अपने लक्ष्य के थोड़ा और नजदीक पहुंच गई है। तिलहरी स्थित बैंक आफ महाराष्ट्र के परिसर में पिछले दिनों हुई के वारदात के सुराग पेट्रोल पंप के सीसीटीवी फुटेज से भी मिले हैं। इन फुटेजों के बाद आरोपितों की शिनाख्त थोड़ा और आसान हुई है। हालांकि किसी तस्वीर अभी भी पूरी तरह साफ नहीं हो पाई है।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र बैंक परिसर के पास एसआइएस कंपनी के दो कर्मचारियों को गोली मारकर घायल करने और गनमैन की हत्या के बाद अज्ञात आरोपितों ने छह लाख रुपये से भरा कैश बैग लूट लिया था। बताया जाता है कि आरोपित यहां से भागने के बाद गौर और तिलवारा के बीच नेशनल हाईवे पर स्थित एक पेट्रोल पंप में रुके थे। जहां लगे सीसीटीवी कैमरों में वे कैद हो गए। हाल ही में पुलिस ने उक्त पेट्रोल पंप से सीसीटीवी फुटेज हासिल कर लिए हैं। बताते हैं कि इसके बाद आरोपितों का चेहरा काफी हद तक स्पष्ट हो गया। इन सीसीटीवी फुटेज को सभी पुलिस थानों में भेजा गया है, जिसके जरिए आरोपितों का पता लगाया जा रहा है।
कुछ इस तरह रहा मामला : कटनी जिले के पान उमरिया में रहने वाला राजबहादुर पटेल एसआइएस कम्पनी में गनमैन था। वह कंसोडियन शाहीनाका गढ़ा निवासी श्रेयांश ताम्रकार और शहपुरा-भिटौनी निवासी राजबहादुर सिंह के साथ 11 फरवरी की दोपहर कैश वाहन एमपी 04 जीबी 2215 से तिलहरी स्थित बैंक आफ महाराष्ट्र के एटीएम पहुंचा था। जहां पहले से मौजूद दो आरोपितों ने तीनों पर फायरिंग कर दी थी। गोली लगने के कारण राजबहादुर की मौके पर ही मौत हो गई थी जबकि श्रेयांश और राजबहादुर सिंह बच गए थे। इस घटना में ड्राइवर अखिलेश यादव भी खरौंच भी नहीं आई थी। पुलिस ने बैंक और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले थे। इसके बाद फायरिंग में घायल दोनों कंसोडियन से भी पूछताछ की थी। पुलिस उम्मीद जता रही है कि ताजा सुरागों के आधार पर वो अपने लक्ष्य के थोड़ा और नजदीक पहुंच गई है।