jabalpur fire in hospital 8 निर्दोषों की जान गई, अब जबलपुर में हो रहा जन भावना से खेल, जी हां, 52 अस्पताल वाले आदेश को कलेक्टर ने फर्जी बताया मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अस्पताल में भर्ती करने से सम्बंधित जो आदेश जारी हुआ वह फर्जी था।
जबलपुर के न्यू लाइफ हॉस्पिटल में आग लगने से 8 लोगों की मौत के बाद भी प्रशासन की लापरवाही देखने को मिल रही है। दरअसल मंगलवार शाम को जबलपुर कलेक्टर के ऑफिशियल फेसबुक पेज से CMHO के साइन वाला आदेश जारी किया गया था। जिसमें स्पष्ट तौर पर लिखा गया था कि जिले के 52 अस्पतालों में नए मरीजों को भर्ती करने पर रोक लगा दी गई है। कलेक्टर ने अब इस आदेश खंडन किया है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार की सूची CMHO द्वारा हस्ताक्षर नहीं की गई है। यह बात कलेक्टर ने CMHO से चर्चा करने के बाद कहीं।
इधर जबलपुर के न्यू लाइफ सुपर स्पेशयलिटी हॉस्पिटल में आग से जान गंवाने वाले वीर सिंह ठाकुर (30) को छोटी बहन मोनिका ने मुखाग्नि दी। वीर सिंह तीन बहनों में इकलौते भाई थे। डेढ़ साल पहले ही शादी हुई है। 6 महीने की छोटी बच्ची है। पिता का निधन हो चुका है।