jabalpur News बीजेपी की पूर्व पार्षद के भतीजे को आत्महत्या के लिए मजबूर करने वाले 6 लोगों पर एफआइआर
जबलपुर में बीजेपी की पूर्व पार्षद के भतीजे को आत्महत्या के लिए मजबूर करने वाले 6 लोगों पर एफआइआर
जबलपुर। किराए की दुकान के विवाद में भाजपा की पूर्व पार्षद सदारानी साहू के भतीजे सौरव उर्फ चिंटू साहू 40 को आत्महत्या के लिए मजबूर करने वाले छह लोगों के खिलाफ पुलिस ने एफआइआर दर्ज कर ली है। घटनास्थल पर मिले सुसाइड नोट, सीसीटीवी फुटेज और स्वजन के बयान के आधार पर डाक्टर तरनजीत सिंह गुजराल, ऋषि साहू, काके गूमर, तेजिंदर सिंह लांबा, डाक्टर ऋषिता साहू, उदीप रील को पुलिस ने आरोपित बनाया है। प्रकरण दर्ज कर पुलिस आरोपितों की सरगर्मी से तलाश कर रही है।
यह है मामला: जैन मंदिर के समीप रांझी निवासी सौरव साहू अपने चाचा की दुकान किराए पर लेकर मेडिकल स्टोर चला रहा था। चाचा की दूसरी दुकान में डा. तरनजीत सिंह गुजराल ने दंत औषधालय खोला था। चरनजीत और दुकान मालिक मिलीभगत कर साैरव से दुकान खाली कराने की योजना बना रहे थे। जिसके तहत उसे मानसिक रूप से प्रताडि़त किया जा रहा था। जिसके बाद उसने फांसी लगाकर जान दे दी थी। पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा ने मामले की जांच के निर्देश दिए थे।
दुकान के बाहर निकलकर पीटा था: दुकान खाली करने के विवाद के चलते घटना के दिन सौरव को मेडिकल स्टोर से घसीटकर बाहर निकालने के बाद मारपीट कर बेइज्जत किया गया था। घटना से आहत सौरव ने सदमे में आकर अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृत्यु पूर्व उसने सुसाइड नोट लिखकर मोबाइल पर वीडियो बनाया था। पत्र और वीडियो में उसने डाक्टर तरनजीत सिंह गुजराल, ऋषि साहू, काके गूमर, तेजिंदर सिंह लांबा, डाक्टर ऋषिता साहू, उदीप रील को आत्महत्या के लिए जिम्मेदार ठहराया था। हालांकि रांझी पुलिस ने सुसाइड नोट की हैंड राइटिंग एक्सपर्ट से जांच कराने की तैयारी की है।
पुलिस अधीक्षक के नाम संबोधित सुसाइड नोट में सौरव ने मृत्यु उपरांत इंसाफ दिलाने की मांग की थी। पत्र में लिखा गया है कि प्रताड़ना से तंग होकर वह फांसी लगा रहा है। यह भी लिखा कि मरने से पहले आरोपितों के खिलाफ अभी सबूत इंटरनेट मीडिया पर वायरल कर रहा है