Jabalpur RDVV : रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में मेंटनेंस पर लाखों खर्च पर शौचालयों की हालत बदतर
Jabalpur RDVV : रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में मेंटनेंस पर लाखों खर्च पर शौचालयों की हालत बदतर
Jabalpur RDVV : रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में मेंटनेंस पर लाखों खर्च पर शौचालयों की हालत बदतर रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय के विभागों की सेहत कैसी है यह समझने के लिए यहां के शौचालयों पर नजर डाल ले। टूटी दरवाजे, खिड़कियां, नल से कहीं पानी बह रहा तो कहीं पानी ही नहीं आ रहा है। नल की पाइप टूटी हुई है। गंदगी ऐसी कि बाथरूम में घुसना मुश्किल हो जाता है। विभागों के नाम बदलते जाएंगे लेकिन शौचालयों की स्थिति जस की तस ही रहेगी। राजशेखर भवन में तो हालात और भी खराब है विद्यार्थी आपात स्थिति होने पर ही टायलेट का इस्तेमाल करते हैं वो भी इधर-उधर के विभागों में जाना पड़ता है।
विश्वविद्यालय के शौचालयों की स्थिति को लेकर पहले भी कई बार विद्यार्थियों ने आवाज उठाई। इस मामले में प्रशासन ने कार्रवाई का दावा भी किया। साफ-सफाई से लेकर जीर्णोद्वार तक हुआ, लेकिन शौचालय साफ नहीं हुए। कैमेस्ट्री विभाग में छात्र संख्या अधिक है लेकिन शौचालय यहा बेहद गंदे हैं। राजनीति शास्त्र, संस्कृत, भूगोल समेत राजशेखर भवन में बने अधिकतर शौचालय अनुपयोगी हो चुके हैं। ऐसा लगता है कि महिनों से टायलेट के अंदर किसी ने सफाई करने के लिए ब्रश तक नहीं चलाया है।
परीक्षा के दिनों में अधिक परेशानी-
ठंड के दिनों में जब सुबह से परीक्षाएं होती है उस दौरान विश्वविद्यालय के लगभग हर विभाग में परीक्षार्थी बैठते हैं इनके लिए बाथरूम सुबह से उपयोग करना आम होता है। ऐसे में कई बाथरूम गंदे और पानी नहीं होने की वजह से विद्यार्थी उपयोग नहीं कर पाते हैं। दरवाजे की कुंडी तक नहीं होने की वजह से छात्राएं बाथरूम में जाने से परहेज करती है। योग विभाग में भी सुबह से कक्षाएं लगती है यहां भी विद्यार्थी टायलेट में साफ-सफाई नियमित नहीं होने की शिकायत करते रहते हैं।
लाखों रुपये मेंटेनेंस पर खर्च-
विश्वविद्यालय में सालाना भवन मेंटेनेंस के नाम पर लाखों रुपये खर्च किया जाता है। दर्जनों साफ-सफाई कर्मचारी नियुक्त है। इसके बावजूद प्रसाधन में गदंगी होने से विद्यार्थी परेशान हैं और विभागों में शिकायत करते हैं। कई विद्यार्थियों ने बताया कि शिक्षक बाथरूम साफ-सुथरा रखने के लिए अपने लिए निजी स्तर पर टायलेट में ताला लगाकर रखते हैं। उस बाथरूम का इस्तेमाल विद्यार्थी नहीं कर सकते हैं।
विश्वविद्यालय के सभी विभागों में नियमित साफ-सफाई की जाती है। शौचालयों में गंदगी का सवाल है तो इस संबंध में हम खुद विभागों में निरीक्षण कर जानकारी लेंगे। हर तरफ स्वच्छ और स्वस्थ माहौल बनाना हमारा उद्देश्य है। -डा.ब्रजेश सिंह, कुलसचिव