प्रदेश में जैन कल्याण बोर्ड का किया जाएगा गठन: डॉ मोहन यादव, मुख्यमंत्री निवास में आयोजित हुआ क्षमावाणी महोत्सव
समाज में अग्रणी भूमिका निभाता है जैन समाज: वीडी शर्मा
जैन परम्परा और संस्कृति का गौरवशाली इतिहास है- डॉ. मोहन यादव
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि जैन परम्परा और संस्कृति का गौरवशाली इतिहास है। जैन मुनि, आचार्य, साधु-संतों को मार्ग से गुजरने के दौरान आवश्यकता होने पर शासकीय भवन उपलब्ध कराएंगे। कोई भी देश उन्नति व प्रगति करता है और सक्षम बनता है तो अपनी संस्कृति का दूसरों पर भी प्रभाव डालना चाहता है। हमें गर्व है कि हमारा देश हमेशा अपनी शक्ति का सदुपयोग करने की दिशा में बढ़ता है इसमें हमारा दर्शन छुपा है। भारत शक्ति सम्पन्न बनकर अपने नागरिकों का भला करना तथा विश्व के सर्वश्रेष्ठ देशों में शामिल होना चाहता है। लेकिन हमें गर्व उस समय और होता है जब इतना शक्ति सम्पन्न होकर भी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में रूस और यूक्रेन के बीच जाकर शांति का संदेश देता है, इससे हमारा देश अपने आप धन्य होता है।
हमारे देश के शासकों ने “जियो और जीने दो“ की परम्परा का निर्वहन किया
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार ने खुले में मांस की बिक्री पर रोक लगाई है। कानून व्यवस्था, सुशासन की स्थापना करना सरकार का दायित्व है। हजारों सालों से हमारे देश के शासकों ने “जियो और जीने दो“ की परम्परा का निर्वहन किया। हमने कभी किसी देश पर हमला नहीं किया। किसी को गुलाम नहीं बनाया। यह हमारी परम्परा रही है। कदम-कदम पर हमारी संस्कृति के उदाहरण मिलते हैं। सागर में आचार्य विद्यासागर जी के नाम पर मेडिकल कॉलेज खोलने की स्वीकृति मिल गई है। राज्य सरकार ने सभी संभागों के अंतर्गत आयुर्वेदिक कॉलेज खोलने का निर्णय लिया है। गौशालाओं, गाय को पालने के लिए प्रोत्साहन देंगे। दूध बिक्री पर बोनस देने का निर्णय किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि समर्थ, सक्षम और बड़ा आदमी छोटे के प्रति क्षमा का भाव रखें तो सही है। बड़ा आदमी छोटे के प्रति विन्रमता का भाव रखे तो यह वीरता को दर्शाता है। यह भगवान महावीर का दर्शन है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जैन समाज के आचार्यों ने हमें आगे बढ़ने का मार्ग दिखाया है। जैन संतों के माध्यम से जीवन जीने का आनंद, प्रेरणा, संबल और सहारा मिलता है।
मुझसे किसी को कोई परेशानी तो नहीं हुई, यह है हमारी सनातन परंपरा-श्री विष्णुदत्त शर्मा
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व खजुराहो सांसद श्री विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि पौराणिक कथाओं के अनुसार एक बार यह पता लगाना शुरू किया गया कि सर्वश्रेष्ठ भगवान कौन हैं। इसके लिए ऋषि भृगु पहले भगवान शंकर के पास पहुंचे। इसके बाद अंत में वे भगवान विष्णु से मिलने पहुंचे। भगवान विष्णु के अनुचरों ने कहा कि भगवान अभी योग निद्रा में हैं, आप इंतजार कीजिए। इसके बाद भृगु ऋषि को क्रोध आ गया। क्रोध में आकर ऋषि भृगु भगवान विष्णु के कक्ष में पहुंचे और उनके सीने में पैर मार दिया। इसके बावजूद भगवान श्री विष्णु ने गुस्सा नहीं किया और कहा कि ऋषिवर मेरा शरीर तो वज्र का है, हमें कोई चोट नहीं लगी। मुझे पैर मारने से कहीं आपको चोट तो नहीं लगी, यह है हमारी सनातन परंपरा। जैन समाज इसी सनातन परंपरा के ध्वज वाहक का कार्य कर रहा है।
जैन समाज की देश और समाज के विकास में महती भूमिका
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष व सांसद श्री विष्णुदत्त शर्मा ने कहा कि हमारे समाज और देश के विकास में जैन समाज की महती भूमिका है। आज मध्यप्रदेश का संपूर्ण जैन समाज यहां उपस्थित है। मैं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का धन्यवाद ज्ञापित करता हूं कि वे सभी समाज वर्गों को साथ लेकर उनके विकास और उत्थान के लिए कार्य कर रहे हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास और सबका विश्वास के मूल मंत्र पर कार्य करते हुए मध्यप्रदेश को प्रगति के पथ पर आगे ले जाने का कार्य कर रहे हैं। मैं अपनी ओर से और भारतीय जनता पार्टी मध्यप्रदेश की ओर से सभी को उत्तम क्षमा मांगता हूं।
कार्यक्रम में पूर्व मंत्री श्री ओम प्रकाश सखलेचा, पूर्व मंत्री श्री सुरेंद्र पटवा, प्रदेश सह कोषाध्यक्ष व विधायक श्री अनिल जैन कालूहेड़ा, श्री अनिल जैन, शैलेंद्र जैन, श्री देवेन्द्र जैन, श्री विपिन जैन, पूर्व मंत्री श्री शरद जैन, प्रदेश कोषाध्यक्ष श्री अखिलेश जैन सहित जनप्रतिनिधि और जैन समाज के अनुयायी उपस्थित थे। कार्यक्रम में मंगलाचरण नृत्य, स्वागत गीत और भजनों की प्रस्तुत हुई। क्षमावाणी पर्व से संबंधित लघु वीडियो फिल्म दिखाई गई। सूक्ष्म,लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री श्री चैतन्य काश्यप ने मुख्यमंत्री डॉ. यादव का स्वागत किया।