Kachra Gadi । स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 की तैयारियों को लेकर इंदौर गई ग्वालियर नगर निगम की टीम ने वहां पर जो देखा और समझा उसे अब जमीन पर उतारना शुरू कर दिया है। इसके साथ ही सर्वेक्षण की तैयारियां भी जोर-शोर से शुरू हो गई हैं। नगर निगम ने अपनी पूरी ताकत संसाधनों को जुटाने में लगा दी है। नगर निगम के पास 65 नए हाथठेले आ गए हैं।
वहीं मंगलवार तक 135 नए हाथठेले और आ जाएंगे। इससे गलियों व पुरानी बस्तियों में कचरा एकत्रित करने की क्षमता बढ़ जाएगी। साथ ही समय की बचत भी होने लगेगी। इसके साथ ही सफाई कार्य में लगने वाले 400 वाहनों को जीपीएस सिस्टम से जोड़ दिया गया है। जिसकी मानिटरिंग सोमवार से नगर निगम मुख्यालय से होगी। इसके साथ ही नगर निगम ने शहर से गोबर व कचरा एकत्रित करने के लिए 45 नई ट्रैक्टर-ट्राली किराए पर लगाई हैं।
नगर निगम में लंबे समय से हाथठेले नहीं होने की शिकायत आ रही थी। हाथठेलों के नहीं होने से इसका सीधा असर कर्मचारियों के कार्य पर पड़ रहा था। कर्मचारियों को टूटे हाथठेलों से कचरा एकत्रित करना पड़ रहा था। जिसके कारण वह गीला व सूखा कचरा नहीं ले पाते थे। टूटे हुए हाथठेलों का मुद्दा पूर्व पार्षदों ने भी नगर निगम के संवाद कार्यक्रम में उठाया था। इसके चलते नगर निगम ने 200 नए हाथठेले खरीदे हैं। इनमें से 65 नए हाथठेले आ चुके हैं। वहीं 135 मंगलवार तक आ जाएंगे। वहीं नगर निगम ने सफाई में लगे 200 टिपर वाहन, जेसीबी, डंपर, बोलेरा, पोकलेन सहित फायर ब्रिगेड की गाड़ियों में जीपीएस सिस्टम लगा दिए गए हैं। इन सभी वाहनों की निगरानी नगर निगम में बने कंट्रोल कमांड सेंटर से की जाएगी। इससे निगम के अमले को रियल टाइम गाड़ी की लोकेशन पता चल सकेगी।
Kachra Gadi रूट चार्ट हुआ तैयार, जीपीएस से मिलेगी मदद
नगर निगम ने टिपर वाहनों के रूट चार्ट तैयार कर लिए हैं। इसके साथ ही टिपर वाहनों को इन रूट चार्टों के हिसाब से कचरा संग्रहण करने के लिए तैनात किया गया है। टिपर वाहन अपने तय रूट पर जा रहे हैं अथवा नहीं, कौन सा वाहन कहां पर कितनी देर रुका व किस समय पर वह अपने क्षेत्र में कचरा लेने के लिए पहुंचा, कितने समय में कचरा एकत्रित किया और कितने समय में कचरा ट्रांसफर स्टेशन पर वापस देकर लौट आया। इसके लिए सोमवार से नगर निगम कंट्रोल कमांड सेंटर से आधिकारिक तौर पर जीपीएस सिस्टम से निगरानी शुरू कर देगा।
Kachra Gadi पहले से बड़े हाथठेले मिले हैं निगमकर्मियों को
इस बार पहले से बड़े हाथठेले नगर निगम के कर्मचारियों को दिए गए हैं। जो डिब्बे इस बार दिए गए हैं वह पहले से बड़े हैं। इससे निगम के कर्मचारी अब पहले से ज्यादा कचरा एकत्रित कर सकेंगे। इसके साथ ही प्रत्येक डिब्बे पर ढक्कन की व्यवस्था भी है। इससे कचरा खुले में नहीं जाएगा।़4ि0 लाख रुपये में आए हैं नए ठेले : नगर निगम ने 200 नए हाथठेले मंगवाए हैं।
प्रत्येक हाथ ठेले की कीमत 1750 रुपये है, जबकि प्रत्येक डिब्बे की कीमत 1060 रुपये है। वहीं एक माह के अंदर नगर निगम 200 हाथठेले और खरीदने जा रहा है।़4ि5 ट्रैक्टर-ट्राली लगाई गईं : नगर निगम ने कचरा एकत्रित करने व गोबर को उठाने के लिए 45 नई ट्रैक्टर-ट्राली किराए पर लगाई हैं। इनमें से 35 ट्रैक्टर-ट्राली अकेले गोबर का संग्रहण करने के लिए लगाई गई हैं।
गलियों से कचरा एकत्रित करने में हाथ ठेले ही कार्य करते हैं। निगम के पास हाथठेले टूटे हुए थे। इसके कारण 400 नए हाथठेले मंगाए गए हैं। 65 आ चुके हैं, 135 एक दो दिन में आ जाएंगे। जबकि 200 हाथठेले एक माह के अंदर आ जाएंगे। इसके साथ ही जीपीएस सिस्टम से वाहनों की निगरानी शुरू कर दी जाएगी।
किशोर कान्याल, नगर निगम आयुक्त